रात को गली-मोहल्लों में पार्क वाहन क्षतिग्रस्त कर रहे बदमाश, सक्रिय हो रही गैंग

– सिरोही के भाटकड़ा, शाहजी की बाड़ी, कुम्हारवाड़ा, घांचीवाड़ा, उत्तरी व दक्षिणी मेघवाल वास समेत कई इलाकों में सक्रिय है गैंग
– सीट को ब्लैड से कट मारने, कलच वायर को नुकसान पहुंचाने, हैड व बैक लाइट को खोल लटकाने सरीखी कई घटनाएं
सिरोही. कुछ दिन पूर्व आबूरोड में टू व्हीलर व फोर व्हीलर वाहनों को रात के अंधेरे में नुकसान पहुंचाने की जो घटनाएं हुई थी, कमोबेश ऐसी ही घटनाएं पिछले कुछ दिन से सिरोही में भी हो रही है। दो-चार दिन तक तो लोगों को खास पता ही नहीं चला। उन्होंने समझा कि दिन में बच्चों ने यह हरकत की होगी और उन्हें पता ही नहीं चला। पर, बाद में जैसे-जैसे ऐसी घटनाओं की जानकारी मिलने लगी, लोग आपस में एक-दूसरे को अपने वाहनों को पहुंचे नुकसान के बारे में भी बताने लगे। #sirohi-The miscreants are damaging the parked vehicles in the streets at night, the gang getting active
बदमाश रात के अंधेरे में वारदात कर हो जाते है रफूचक्कर
खास बात तो यह है कि वाहनों को नुकसान पहुंचाने की ये सारी घटनाओं को बदमाश रात के अंधेरे में अंजाम देकर रफूचक्कर हो जाते है। वाहन चालक सुबह उठकर देखता है तो ुउसे पता चलता है कि या तो उसकी सीट पर किसी ने ब्लैड से दो-चार कट लगा दिए है या फिर लाइटों के ग्लास और बल्ब तोड़ डाले है या फिर लाइटों को उखाड़कर लटका दिया गया है। कई अपने हाथों से ही मरम्मत करने में जुट जाते हैं तो कई वाहन को गैराज ले जाकर उन्हें दुरुस्त करवाने की कवायद करते है।
सिरफिरे बदमाशों की हरकत हो रही तकलीफदेह साबित
जाहिर है ऐसी घटनाओं के पीछे किन्हीं सिरफिरे बदमाशों की गैंग सक्रिय होने का अंदेशा है। उन्हें लोगों के स्कूटर व बाइक को नुकसान पहुंचाकर क्या मिल रहा होगा, यह तो वे ही जाने पर लोगों के लिए उनकी यह हरकत तकलीफदेह साबित हो रही है। तकलीफदेह इस मायने में कि वाहनों को जो नुकसान पहुंचाया जाता है उन्हें दुरुस्त या उनकी मरम्मत करवाने के लिए जेब से पैसा खर्च करना पड़ता है। गैराज तक ले जाने में समय लगता है और मानसिक पीड़ा भी भुगतनी पड़ती है।
पुलिस की नाइट पेट्रोलिंग या फिर यूं ही मटरगश्ती
ऐसे ही बदमाशों की गैंग की हरकत के शिकार शहर के मोचीवाड़ा के एक युवक ने अपना नाम प्रकाशित नहीं करने की शर्त पर बताया कि उसका स्कूटर रात में घर के आगे पार्क कर रखा था। सुबह उठकर देखा तो सीट पर ब्लैड से तीन से चार चीरे लगाए हुए थे। मसलन सीट बदलवानी जरूर हो गई। फिर हैड लाइट व बैक लाइट को किसी उपकरण से उखाड़ कर ऐसे ही लटका कर रख दिया गया। काफी सम्भव है कि चोरी का प्रयास किया होगा और स्कूटर चालू नहीं होने की स्थिति में अपनी खुन्नस निकालकर चले गए हो। सिरोही के कोतवाली पुलिस थाने गया और घटना बताई तो पुलिसवालों ने बताया कि पुलिसकर्मियों की कमी की वजह से हो सकता है सघन गश्त नहीं हो रही हो। पर, आप अपना नाम-पता दर्ज करवा दो, ताकि आज रात को पुलिस जरूर गश्त लगाएगी। आगे जय हिन्द-जय भारत। वह यह सुनकर चुपचाप लौट आया।