sirohirajasthanराजस्थानसिरोही

श्रीराम मंदिर निर्माण से खुले तीर्थाटन व रोजगार के द्वार

  • सिरोही प्रवास पर रहे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव

सिरोही. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चम्पतराय सिरोही के प्रवास पर रहे। इस दौरान विश्व हिंदू परिषद के कार्यक्रम में शिरकत की। साथ ही पत्रकारों से बातचीत करते हुए अयोध्या में श्रीराम मंदिर की संरचना को लेकर जानकारी साझा की।

https://shorturl.at/XkVG6 … लोगों को पसंद आई लुम्बाराम की सरलता, कांग्रेस का वैभव हारा- भाजपा की लगातार पांचवी जीत- चौधरी ने कहा हमेशा कार्यकर्ता ही रहूंगा … जानिए विस्तृत समाचार…

उन्होंने बताया कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर बनने के साथ ही तीर्थाटन एवं रोजगार के विपुल द्वार खुल चुके हैं। मंदिर के चहुंओर कई अन्य मंदिर व दर्शनार्थियों के लिए कई व्यवस्थाएं भी शुरू होंगी। इसकी तैयारी चल रही है। दर्शनार्थियों की आवक में अप्रत्याशित वृद्धि हो रही है। अनुमानित रूप से प्रतिदिन लगभग एक लाख लोग अयोध्या आ रहे हैं। लोगों की आमद को देखते हुए कई सुविधाओं का विस्तार भी हुआ है। इससे निश्चित तौर पर रोजगार के अवसर भी खुल रहे हैं।#general secretary of Shri Ram Janmabhoomi Tirtha Kshetra Champat Rai

https://shorturl.at/09RYx … जनता को परेशानी ही परेशानी और जनप्रतिनिधियों पर भी शिकायतों का कोई असर नहीं, आखिर किसे सुनाए अपना दुखड़ा … जानिए विस्तृत समाचार…

मंदिरों की छटा में निखरेगी सम्पूर्ण रामायण
उन्होंने बताया कि मंदिर के चहुंओर अन्य मंदिर भी निर्मित किए जाएंगे। इनमें भगवान गणेश, सूर्यदेव, भगवान शंकर व मां भगवती बिराजित होंगे। साथ ही दक्षिण-पश्चिम दिशा में हनुमान बिराजित होंगे। एक तल पर चारों भाई, माता जानकी एवं हनुमान समेत श्रीराम दरबार सजाया जाएगा। भैया लक्ष्मण, सप्तऋषि, वाल्मीकि, तुलसीदास, माता शबरी, निषादराज, माता अहिल्या आदि के मंदिर भी निर्मित किए जाएंगे।

https://shorturl.at/RwLQB … तो क्या इतना कमजोर हो गया पुलिस का मुखबिर तंत्र- कभी ड्रग्स की फैक्ट्री तो कभी खेत पर डोडा-पोस्त बरामदगी- सिरोही-जालोर का सीमावर्ती क्षेत्र बन रहा मादक पदार्थों का गढ़  … जानिए विस्तृत समाचार…

नजर आएंगी रामायणकालीन पेड़ों की प्रजातियां
महासचिव ने बताया कि वाल्मीकि रामायण में जिन पेड़ों का उल्लेख किया गया है वे सभी तरह के पौधे यहां लगाने का प्रयास चल रहा है। इसके लिए उपयुक्त जलवायु, पौध, मिट्टी आदि का प्रबंध किया जा रहा है। बताया कि तीर्थस्थल निर्माण से श्रद्धालुओं की आवक बढ़ रही है एवं इससे स्थानीय लोगों को असुविधा न हो इस लिहाज से कार्य किया गया है। मंदिर क्षेत्र के लिए बिजली, पानी आदि के लिए आत्मनिर्भरता रखी गई है। सीवरेज, ट्रीटमेंट प्लांट, विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए जा रहे हैं।


https://shorturl.at/1dwlF … सिरोही, जालोर व बाड़मेर में पशुपालकों की बड़ी आबादी- शिक्षा की ठोस व्यवस्थाएं हो तो पलायन को मजबूर नहीं होंगे निष्क्रमणीय पशुपालकों के बच्चे नाकाफी है एक आवासीय विद्यालय … जानिए विस्तृत समाचार…

https://shorturl.at/0KJEc … आखिर क्यों नहीं सुधर रहे जिला अस्पताल के हालात- पहले एडीएम को भेजा, अब जिला कलक्टर को खुद आना पड़ा-पेयजल के लिए कैम्पर रखने के निर्देश … जानिए विस्तृत समाचार…

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button