- महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री ने सिरोही के पूर्व नरेश को सौंपा मांग पत्र
सिरोही. सिरोही के आराध्य सारणेश्वर महादेव मंदिर के समग्र विकास को लेकर मांग उठ रही है। इसके लिए महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री राज के पुरोहित ने सिरोही राजघराने के पद्मश्री रघुवीरसिंह देवड़ा से मुलाकात की। पूर्व नरेश को इस सम्बंध में मांग पत्र सौंपा। बताया कि सारणेश्वरधाम का विकास काशी विश्वनाथ व महाकाल कॉरिडोर की तर्ज पर किए जाने की दरकार है। धाम के विकास की योजना को लेकर पूर्व मंत्री सिरोही के केसर विलास पहुंचे तथा पूर्व नरेश से मुलाकात की। इसके बाद पूर्व मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत की।
जनभावनाओं से अवगत कराया
पूर्व मंत्री राज के पुरोहित ने बताया कि भक्तों की भावनाओं के अनुरूप काशी विश्वनाथ जैसे तीर्थों की तरह कॉरिडोर के रूप में धाम का विकास होना चाहिए। योजना को लेकर सिरोही के पूर्व नरेश से मुलाकात की। उन्हें इस बारे में जन भावनाओं से अवगत करवाया है। इस विकास योजना को मूर्त रूप देने में पूर्ण सहयोग देने का भरोसा दिलाया।
योजनाबद्ध तरीके से होना चाहिए विकास
पूर्व मंत्री ने बताया कि भगवान केदारनाथ, काशी विश्वनाथ, महाकाल उज्जैन, अयोध्या धाम, बद्रीनाथ आदि धार्मिक स्थलों का विकास कार्य जोरों से चल रहा है। इसी तर्ज पर योजनाबद्ध तरीके से सारणेश्वरधाम का भी विकास होना चाहिए। पूर्व नरेश से लंबी बातचीत के दौरान इस सम्बंध में अनुरोध किया गया है।
जनसुविधाओं का विस्तार होना चाहिए
उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर में जन सुविधाओं का विस्तार होना चाहिए। साथ ही सौंदर्यन, सफाई, ऐतिहासिक तालाब, छतरी स्मारक, जर्जर भवनों के सुदृढ़ीकरण के कार्य होने चाहिए। दर्शनार्थियों के लिए मूलभूत सुविधाएं बढ़ाने, पार्किंग सुविधा, सुरक्षा के लिए सीसी टीवी कैमरा, विश्राम गृह, सभा मंडप, हवन-पूजा गृह आदि विकास कार्य कराए जाने की जरूरत है।
श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं की दरकार
पूर्व नरेश को अवगत कराया कि क्षेत्र के इस मंदिर से श्रद्धालुओं का जुड़ाव है। प्राचीन व ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए पर्यटन को भी बढ़ावा मिल सकता है। श्रद्धालु सालभर तक यहां दर्शन वंदन के लिए आवाजाही करते रहते हैं। इसके लिए सुविधाओं का विस्तार करना आवश्यक है। इस दौरान शिक्षाविद उदयसिंह डिंगार, एडवोकेट अशोक पुरोहित, सामाजिक कार्यकर्ता लोकेश खंडेलवाल, सुरेश सगरवंशी आदि साथ रहे।