- बेपरवाही बरत रहे जिम्मेदारों पर आखिर क्यों नहीं होती कार्रवाई
- खरी-खरी
सिरोही. शराब के ठेकों के पास ही बैठकर शराब पी जाती है। यह स्थिति गांवों में तो क्या शहर में एवं जिला मुख्यालय पर भी है। आबकारी अधिनियम के तहत यह गलत है, लेकिन इसकी पालना नहीं करवाई जा रही। यहां तक कि सीएम सलाहकार संयम लोढ़ा भी नियम विरुद्ध तरीके से शराब पीने के ऐसे मामलों में रोकथाम करवाना चाह रहे हैं, लेकिन आबकारी महकमा ढिलाई बरत रहा है। राज्य सरकार के अधीन चल रहे इस महकमे के अधिकारी जब सीएम सलाहकार (CM ADVISOR) की मंशा के अनुरूप ही कायदों की पालना नहीं करवा पा रहे हैं तो जिले का भगवान ही मालिक है। कायदों की पालना करवाने में बेपरवाही बरत रहे विभागीय जिम्मेदारों पर सरकारी स्तर पर आखिर क्या कार्रवाई होगी यह कहना मुश्किल है।#If the CM advisor also wants to stop, then why are the officials lax
कायदों की पालना करवाने में अक्षम रहे
होना तो यह चाहिए कि कायदों की पालना करवाने में बेपरवाही बरत रहे अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए तथा सख्त कार्रवाई हो, ताकि अन्य विभाग व अधिकारी भी कायदों की पालना को लेकर सचेत हो सके। वैसे सिरोही में इस तरह के मामला सीएम सलाहकार की नजर में भी इसलिए आया कि जिम्मेदार अधिकारी कायदों की पालना करवाने में अक्षम साबित हुए। अब बेपरवाही पर क्या एक्शन होता है यह समय की गर्त में है।#RAJEXCISE
कोई रोकने-टोकने वाला नहीं
ठेके बीयर बार बन रहे हैं, लेकिन इन पर निगरानी रखने वाला विभाग चुप्पी साधे बैठा है। ठेकों के पास ही बैठकर शराब पी जाती है। नियम-कायदों की धज्जियां उड़ाई जा रही है, लेकिन न तो कोई रोकने वाला है और कोई टोकने वाला। आबकारी महकमे के अधिकारी जिला मुख्यालय पर भी इन कायदों की पालना नहीं करवा पा रहे।
सलाहकार ने कहा, पुलिस-प्रशासन इसे रोके
ठेकों के पास बैठकर शराब पीने के मामले में कार्रवाई नहीं होने से ही मुख्यमंत्री के सलाहकार संयम लोढ़ा को भी अधिकारियों की बैठक में यह मुद्दा उठाना पड़ा। जन अभाव अभियोग एवं सर्तकता समिति की बैठक में विधायक संयम लोढ़ा (MLA) ने अधिकारियों से कहा कि जिले में ठेकों के पास बैठकर शराब पी जाती है। पुलिस-प्रशासन को इसे रोकने के लिए कहा।
ठेकेदारों को दे रखी है खुली छूट
सबसे बड़ी बात तो यही है कि आबकारी महकमा ठेकों पर कायदों की पालना करवाने में शायद कम ही रुचि ले रहा है। ठेकों पर निर्धारित दर से ज्यादा दाम लेने के मामले हो या दुकान पर ही शराब परोसे जाने की बात, इन सभी मामलों में ठेकेदारों को खुली छूट मिली हुई है। दीपावली सीजन में सिरोही-शिवगंज, रेवदर, पिण्डवाड़ा एवं आबूरोड व माउंट आबू में ठेकों पर खुले रूप से शराब परोसी जाती है, लेकिन महकमे के अधिकारी आंखें मूंदकर बैठे हैं।