हादसों की जद में टोल रोड की आबादी!

- सिरोही-मंडार बीओटी रोड पर सुरक्षा उपायों की अनदेखी
- जिम्मेदारों की उदासीनता में बेपरवाही दिखा रही टोल कंपनी
सिरोही. मंडार-रेवदर टोल रोड की आबादी हादसों की जद में है। सड़क किनारे कब और कौन किसी वाहन की चपेट में आ जाए कहना मुश्किल है। आए दिन हादसे होने के बावजूद जिम्मेदार संजीदा नहीं हो रहे। रविवार को भी ऐसा ही एक हादसा हुआ। गनीमत रही कि जनहानि से बचाव हो गया। टोल रोड पर मुख्यत: टैंकर व ट्रोलर सरीखे भारी वाहनों की ज्यादा आवाजाही रहती है। बावजूद इस मार्ग पर सुरक्षा उपायों की अनदेखी की जा रही है। संभवतया जिम्मेदारों की उदासीनता में ही टोल कंपनी बेपरवाही दिखा रही है।#Security measures ignored on Sirohi-Mandar BOT road
वाहनों को रौंदता दुकान में घुसा ट्रोलर
सिरोड़ी में रविवार को सड़क किनारे एक ट्रोलर खड़ा था। चालक उसे चालू हालत में ही छोड़कर किसी दुकान में चला गया। इस दौरान वाहन एकाएक ही चल पड़ा तथा सामने खड़े ऑटो व बाइक्स को रौंदता हुआ दुकान में घुस गया। गनीमत रही कि जनहानि से बचाव हो गया, लेकिन लोगों को इस हादसे में भारी नुकसान होना बताया जा रहा है।
हादसों के बावजूद नहीं चेत रहे
आबादी क्षेत्र में इस तरह के हादसे लगातार हो रहे हैं। कुछ दिन पहले ही रेवदर कस्बे में इसी तरह के हादसे हो चुके हैं। वाहनों की आवाजाही आबादी के बीच से हो रही है, लेकिन बचाव के कोई ठोस इंतजाम नहीं कर रखे। लिहाजा चलते वाहन अनियंत्रित होकर दुकान या घरों में घुस जाते हैं।
होने चाहिए सुरक्षात्मक उपाय
एक्सपर्ट बताते हैं कि सुरक्षा के लिहाज से आबादी क्षेत्र की सड़क पर बेरिकेडिंग या ऐसे ही कुछ प्रबंध करने चाहिए थे, ताकि हादसों में जान-माल के नुकसान से बचाव हो सके। सड़क किनारे पिलर भी बनाए जा सकते हैं। रात के लिए रेडियम युक्त बटन लगाए जाने चाहिए, ताकि सड़क का किनारा पूरी तरह दिख सके।

टोल वसूली के बावजूद नगण्य सुविधा
फिलवक्त तो टोल कंपनी सड़क की समुचित मरम्मत तक नहीं करवा रही है। सड़क पर पड़े उभार व लहरदार धारियां मोटरसाइकिल सवारों को अनियंत्रित कर रही है। फर्राटा भर रहे ट्रोलर व टैंकर भी अक्सर सड़क की खामी के कारण बेकाबू होकर हादसे को जन्म दे रहे हैं। करीब सत्तर किमी की इस सड़क पर तीन-तीन जगह टोल वसूली हो रही है, लेकिन सुविधाएं नगण्य ही है।