ग्राम पंचायत को पालिका बनाने के बाद सरपंच को घोषित किया अध्यक्ष
सिरोही/जालोर. सिरोही जिले की नवगठित पालिका के अध्यक्ष को एसीबी ने रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। उसने भूखंड पर निर्माण की एनओसी जारी करने की एवज में घूस मांगी थी। भूखंड मालिक ने इस सम्बंध में कई बार चक्कर काटे, लेकिन पालिकाध्यक्ष बगैर रिश्वत काम करने को तैयार नहीं था। इस पर उपाध्यक्ष से मुलाकात की, लेकिन उनकी सिफारिश भी काम नहीं आई। इस पर भूखंड मालिक ने उपाध्यक्ष के साथ मिलकर परिवाद पेश किया।
एसीबी के जालोर एएसपी महावीरसिंह राणावत ने बताया कि जावाल निवासी मगनाराम उर्फ मालूजी पुत्र त्रिकमराम सुथार ने अपने प्लॉट पर निर्माण कार्य के लिए नवगठित पालिका से एनओसी मांगी थी। चेयरमैन विक्रम राणा पुत्र शोभाराम भील से संपर्क किया। चेयरमैन ने उसे पांच-छह माह तक चक्कर कटवाए। बातचीत करने पर 20 हजार रुपए रिश्वत मांगी। इसके बाद परेशान होकर मगनाराम सुथार ने पालिका उपाध्यक्ष नारायणलाल माली से बात की। उपाध्यक्ष ने भी चेयरमैन से सिफारिश लगाई, लेकिन काम नहीं बना। काफी कहने पर चेयरमैन ने उसे एक हजार रुपए कम देने की बात कही। इसके बाद परिवादी व उपाध्यक्ष ने एसीबी में परिवाद पेश किया। सत्यापन के बाद ट्रेप कार्रवाई को अंजाम दिया गया। इस दौरान चेयरमैन विक्रम राणा ने उन्नीस हजार रुपए लिए तथा पांच सौ रुपए वापस लौटा दिए। इशारा मिलते ही एसीबी टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। पालिकाध्यक्ष को उसके अम्बिकानगर स्थित घर से ट्रेप किया गया। रिश्वत की राशि उसके लोअर की जेब से बरामद की गई।
जमकर हो रही रिश्वतखोरी
सालभर पहले ही जावाल ग्राम पंचायत को नगर पालिका बनाया गया है। इसके बादपंचायत के सरपंच को अध्यक्ष एवं वार्ड पंचों को पार्षद बना दिया गया। बताया जा रहा है कि चेयरमैन बनने के बाद से ही जावाल में रिश्वतखोरी का बड़ा काम चल रहा है। इस पूरे मामले में विस्तृत रूप से जांच करने पर अन्य कई मामले भी उजागर हो सकते हैं।#Jawal Palika’s first president was arrested for taking bribe