पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन ने अवैध रूप से अर्जित आय को क्रेशर माइनिंग व शिक्षण संस्थाओं में किया निवेश
- वैध से 334 प्रतिशत ज्यादा आय, अर्जित कर ली 10.42 करोड़ की परिसम्पत्तियां
- एसीबी ने प्रकरण दर्ज कर पांच ठिकानों पर शुरू किया तलाशी अभियान, करोड़ों की संपत्तियों के दस्तावेज मिले
जयपुर/सिरोही. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने सिरोही के आबूरोड में रहने वाले सार्वजनिक निर्माण विभाग के एक्सईएन पर कार्रवाई करते हुए तलाशी अभियान शुरू किया। इस दौरान 10.42 करोड़ की परिसम्पत्तियां अर्जित किए जाने का अनुमान सामने आया है, जो वैध आय से 334 प्रतिशत अधिक है। अवैध रूप से अर्जित आय को क्रेशर माइनिंग व शिक्षण संस्थाओं में निवेश करना ज्ञात हुआ है। एसीबी को तलाशी अभियान में करोड़ों की चल-अचल सम्पति के दस्तावेज भी मिले हैं।
एसीबी महानिदेशक भगवानलाल सोनी ने बताया कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टोलरेंस नीति एवं भ्रष्ट लोकसेवकों पर प्रभावी कार्रवाई के अनुसरण में कार्रवाई की जा रही है। ब्यूरो मुख्यालय की इंटेलीजेंस शाखा की आसूचना पर आबूरोड के इंजीनियर रमेशचंद्र बराड़ा पर आय से अधिक परिसम्पत्तियां अर्जित किए जाने का मामला सामने आया। सत्यापन के बाद प्रकरण दर्ज किया गया। इसके बाद तलाशी अभियान शुरू किया गया। अनुसंधान अधिकारी नारायणसिंह राजपुरोहित के नेतृत्व में इंटेलीजेंस शाखा जयपुर की टीम के सहयोग से विभिन्न टीमों का गठन किया गया। इस दौरान पांच विभिन्न ठिकानों पर तलाशी शुरू की गई। बताया जा रहा है एक्सईएन रमेशचंद्र बराड़ा आबूरोड से डूंगरपुर स्थानांतरित हो चुके हैं, लेकिन अभी ज्वाइन नहीं किया है।
अर्जित कर ली करोड़ों की परिसम्पत्तियां
ब्यूरो की एफआईआर के प्राथमिक आकलन के हिसाब से एक्सईएन रमेशचंद्र बराड़ा की ओर से 10.42 करोड़ की परिसम्पत्तियां अर्जित किए जाने का अनुमान है, जो उनकी वैध से 334 प्रतिशत अधिक है। एसीबी के उप महानिरीक्षक कैलाश बिश्नोई इस कार्रवाई का पर्यवेक्षक कर रहे हैं।
पांच ठिकानों पर तलाशी अभियान
अवैध रूप से अर्जित करोड़ों की आय क्रेशर माइनिंग व शिक्षण संस्थाओं के संचालन में निवेश करना ज्ञात हुआ है। अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एमएन के निर्देशन में एसीबी टीम की ओर से एक्सईएन के पांच अलग-अलग ठिकानों पर तलाशी ली जा रही है। एसीबी की ओर से भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा।#PWD’s XEN illegally acquired assets worth 10.42 crores, 334 percent more income than legal