दीपावली सीजन में लोगों की जेब काटने की तैयारी!

- आबकारी महकमे की सरपरस्ती में ठेकेदारों की मौज
- गुजरात से आने वाले पर्यटकों से वसूल रहे मनमाने दाम
सिरोही. आबकारी महकमे की सरपरस्ती में शराब ठेकेदार लोगों की जेब काट रहे हैं। दीपावली सीजन में पर्यटकों से मनमाने दाम वसूले जाएंगे। इसकी तैयारी शुरू हो चुकी है। आम दिनों में वैसे भी ठेकेदार एमआरपी से ज्यादा राशि वसूल रहे हैं। दीपावली सीजन इनके लिए और फायदा दे जाती है। सिरोही समेत आसपास के इलाके में भ्रमण के लिए बाहर से आने वाले लोगों से मनमाने दाम वसूले जा रहे हैं। गुजरात में शराबबंदी होने से पर्यटक ज्यादा दामों पर भी आराम से शराब खरीद ले जाते हैं। ठेकेदार इसका बेजा फायदा उठा रहे हैं। बाहर से आने वाले पर्यटकों की आसानी से जेब काटी जा रही है, लेकिन महकमे के जिम्मेदार भी मौन धारण किए बैठे हैं।
ग्राहक लुभाने को सजी दुकानें
जिले के आबूरोड, माउंट आबू, रेवदर, मंडार आदि क्षेत्रों में सीजन की तैयारी अभी से शुरू हो गई है। ठेकेदारों ने बड़ी कमाई के चक्कर में माल का स्टॉक कर दिया है। गुजरात के शौकीनों में प्रचलित ब्रांड शराब की दुकानों में सज रहे हैं, ताकि ग्राहकों को लुभाया जा सके।
पचास से सौ रुपए तक ज्यादा वसूली
यूं तो जिलेभर में एमआरपी से ज्यादा दाम वसूले जा रहे हंै, लेकिन गुजरात से सटे इलाकों में स्थिति और ज्यादा खराब है। इन इलाकों तक गुजरात के शौकीनों की आमद होने से ठेकेदार मनमर्जी के दाम वसूल रहे हैं। बताया जा रहा है कि इन इलाकों में एक-एक बोतल पर पचास से सौ रुपए तक भी ज्यादा वसूले जा रहे हैं।
आखिर शह क्यों दे रहे यह कहना मुश्किल
बताया जा रहा है कि आबकारी महकमे के जिम्मेदारों ने इस ओर से चुप्पी साध रखी है, जिससे ठेकेदारों को शह मिल रही है। ठेकों पर मनमर्जी के दाम वसूलने के बावजूद जिम्मेदार न तो ध्यान दे रहे हैं और न कार्रवाई कर रहे हैं। कहने को आबूरोड, रेवदर व सिरोही में निरीक्षक भी है, लेकिन एमआरपी से ज्यादा दाम वसूली के मामले में सभी ने मौन धारण कर रखा है। जिला अधिकारी की भी कुछ ऐसी ही स्थिति है। महकमे के जिम्मेदारों की चुप्पी से ठेकेदारों को शह मिल रही है, लेकिन ऐसा क्यों हो रहा है यह कहना मुश्किल है।#more amount than MRP on liquor contracts but Excise department is giving protection