हाईवे पर लग्जरी वाहन से मिली करोड़ की नकदी, हवाला कारोबार से जुड़ाव की आशंका

- पुलिस ने जब्त किए एक करोड़ सात लाख रुपए, अवैध लेन-देन के अंदेशे पर चल रही जांच
सिरोही. पुलिस ने हाईवे पर खड़े लग्जरी वाहन से एक करोड़ रुपए की नकदी बरामद की है। वाहन चालक ढाबे के समीप कार में दुबका मिला बताया जा रहा है। करोड़ रुपए की इस नकदी से जिले में हवाला कारोबार के अंदेशे को बल मिल रहा है। वहीं, अवैध रूप से हो रहे लेन-देन को लेकर भी संदेह जताया गया है। वाहन जालोर पासिंग है तथा चालक बाड़मेर निवासी बताया जा रहा है।
पुलिस के अनुसार पालड़ी एम थाना क्षेत्र में प्रशिक्षु आरपीएस सुदर्शन पालीवाल मय जाब्ता ने हाईवे पर गश्त के दौरान यह कार्रवाई की। बागसीन के समीप एक ढाबे के पास अंधेरे में लग्जरी वाहन खड़ा दिखा। संदेह होने पर पुलिस दल ने वाहन आरजे 16 यूबी 2000 की जांच की। इसमें चालक के पिछली सीट पर एक व्यक्ति दुबक कर बैठा हुआ था। पूछताछ में उसने अपना नाम रिछोली (पचपदरा-बाड़मेर) निवासी रज्जाक खान पुत्र मेहरदीन मुसलमान बताया। जानकारी मिली कि वह कार का चालक ही है। पूछताछ में सामने आया कि कार में नकदी भरी हुई है। इस पर पुलिस ने जांच कर कार से एक करोड़ सात लाख रुपए बरामद किए। चालक इस सम्बंध में संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। वैध दस्तावेज नहीं होने से पुलिस ने कार व नकदी जब्त कर लिए। टीम में एएसआई सोमाराम समेत अन्य पुलिसकर्मी सम्मिलित रहे।
तकनीकी रूप से जांच करनी होगी
उधर, पुलिस कार्रवाई में नकदी जब्त हुए दो दिन बीत चुके हैं, लेकिन चालक अब भी इस बारे में संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाया है। यह नकदी कहां से लाई गई थी एवं कहां पहुंचानी थी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। ऐसे में पुलिस को भी अब तकनीकी रूप से जानकारी एकत्र करते हुए जांच आगे बढ़ानी पड़ेगी।

हो सकता है लेन-देन का खास प्वाइंट
माना जा रहा है कि हाईवे से गुजर रहे किसी वाहन के जरिए इस राशि को आगे पहुंचाना था। यह भी हो सकता है कि आसपास के किसी गांव में डिलीवरी देनी हो या यहां से राशि लेकर कहीं अन्य जगह पहुंचानी हो। लिहाजा हाईवे किनारे ढाबे के समीप खड़े रहने के लिए एक खास प्वाइंट तैयार किया गया है। चाहे जो भी हो, लेकिन बिना किसी दस्तावेज के इतनी बड़ी रकम लेकर वाहन चालक का पकड़ में आना कहीं न कहीं अवैध लेन-देन के मामले का अंदेशा लग रहा है।#sirohi#Cash worth crores found from luxury vehicle on highway, fear of linkage to hawala business