अंदेशा है कि हिस्ट्री खंगाले तो मिल सकते हैं और भी कनेक्शन
- गिरफ्त में आए तस्कर की स्वीकारोक्ति ने खोली पोल, न जाने कितने समय से चल रही धांधली
- जिला पुलिस पहले भी पकड़ चुकी हैं राजस्थान निर्मित शराब की तस्करी के कई मामले
सिरोही. शराब के सरकारी गोदाम से भरा माल गुजरात पहुंचाने के लिए निकला तस्कर पुलिस के हत्थे चढ़ गया, लेकिन यह मामला अपने पीछे कई सवाल छोड़ गया। इसलिए कि तस्कर की स्वीकारोक्ति ने पोल खोल कर रखी दी। जिस सरकारी गोदाम से केवल लाइसेंसी दुकानों के लिए शराब निकल सकती है वहां से गुजरात के लिए माल रवाना होना विस्मय की बात है। सरकारी गोदाम से यह झोल कितने समय से चल रहा है यह तो पता नहीं, लेकिन पुलिस इस तरह के कई मामले पहले भी पकड़ चुकी हैं, जिनमें तस्कर राजस्थान निर्मित शराब के साथ पकड़े गए हैं। अब यह कहना मुश्किल है कि तस्कर उस माल को गोदाम से लेकर आए थे या कहीं और से। अंदेशा है कि पूर्व के मामलों की हिस्ट्री भी गहनता से खंगाली जाए तो कहीं न कहीं और भी कनेक्शन उजागर हो सकते हैं। चाहे जो हो, लेकिन आबकारी महकमे को भी इस मामले में संज्ञान लेते हुए जांच शुरू करनी चाहिए।
अक्सर धरे जाते हैं शराब तस्कर
अन्य राज्यों की शराब से भरे वाहन अक्सर सिरोही जिले में पकड़े जा रहे हैं। यह वह शराब है, जो सम्बंधित राज्य में ही बेची जा सकती है। सिरोही के रास्ते गुजरात तक जाने वाला माल अक्सर जिला पुलिस के हाथ लग जाता है। कार्रवाई के दौरान कई बार राजस्थान निर्मित शराब ले जा रहे तस्कर भी धरे जाते हैं।
… ताकि कनेक्शन हो तो उजागर हो सके
बताया जा रहा है कि राजस्थान निर्मित शराब पकड़ में आने के बाद पुलिस तफ्तीश ठेकों के इर्द-गिर्द घूमकर रह जाती है। तस्करी आमतौर पर इस माल को ठेकों से लाना बताते हैं। ऐसे में पुलिस कार्रवाई भी शराब ठेकों तक सिमट कर रह जाती है। पूर्व में पकड़े गए मामलों में भी पुलिस को गहनता से जांच करने की दरकार है, ताकि सरकारी शराब की तस्करी का कोई कनेक्शन हो तो उजागर हो सके।
पुलिस के सामने आए इस एक मामले ने खोली पोल
ज्ञातव्य है कि सरूपगंज थानाधिकारी हरीसिंह राजपुरोहित के नेतृत्व में टीम ने कार्रवाई करते हुए एक जनवरी को शराब भरा एक ट्रक जब्त किया था। मामले में धांता (अनादरा) निवासी ट्रक चालक सिकंदर बख्श उर्फ जीतू पुत्र रमजानभाई पिंजारा को गिरफ्तार किया गया। ट्रक में करीब साठ लाख रुपए कीमत की 464 कर्टन शराब भरी हुई थी। पूछताछ में सामने आया कि चालक इस माल को सरकारी गोदाम से लाया था। पहले उसने इस माल को मावल की दुकान पर ले जाना बताया, लेकिन उसके पास वैध दस्तावेज नहीं थे। फिर बताया गया कि वह इस माल को गुजरात ले जाने वाला था। पुलिस अब इस जांच में जुटी हुई है कि आखिर सरकारी गोदाम से बिना पास परमिट शराब भरा ट्रक रवाना कैसे हो गया।#Liquor smuggling from excise government warehouse, truck driver was going to Gujarat with liquor