सवाल अनुत्तरित ही है कि आबकारी की नींद नहीं टूट रही तो आखिर क्यों?
- पुलिस ने गुजरात सीमा पर धर ली राजस्थान निर्मित शराब
- माल राजस्थान निर्मित है तो तय है कि ठेके से ही उठा होगा
सिरोही. शराब के ठेकों से भारी मात्रा में माल बेचे जाने और इसे गुजरात तक पहुंचाए जाने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। इसे आबकारी की सरपरस्ती ही कहा जाएगा कि आए दिन पुलिस इस तरह के मामले पकड़ रही है, लेकिन आबकारी के हाथ कुछ नहीं आ रहा। आबूरोड रीको थाना पुलिस ने मावल चौकी के समीप एक और कार्रवाई को अंजाम दिया। इसमें कार सवार दो जनों को गिरफ्तार कर उनके पास से भारी मात्रा में शराब बरामद की गई। यह माल राजस्थन निर्मित होने से यह भी तय है कि खेप ठेकों से ही उठाई होगी। सरकारी गोदाम से सीधे ही माल भरे जाने का मामला भी हाल ही में सामने आ चुका है। यह सवाल अब भी अनुत्तरित ही है कि इतना कुछ होने के बावजूद आबकारी की नींद नहीं टूट रही तो आखिर क्यों।(RAJEXCISE)
गुजरात पासिंग से पार हो रही थी शराब
पुलिस के अनुसार विशेष अभियान के तहत मावल चौकी के सामने हैड कांस्टेबल देवाराम मय जाब्ता ने कार्रवाई को अंजाम दिया। इस दौरान कार जीजे 10 एपी 6588 की जांच की गई। इसमें सीटों के नीचे व डिग्गी में छिपाकर गुजरात ले जाई जा रही राजस्थान निर्मित शराब बरामद की गई।
गुजरात के दो युवक गिरफ्तार
मावल चौकी के समीप कार्रवाई में पुलिस ने दो जनों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार शराब तस्करी के आरोप में गायत्रीनगर हाउसिंग बोर्ड (खम्बालिया-जामनगर-गुजरात) निवासी मौलिक पुत्र मनोजभाई ठक्कर व रांनीगा रोहित पुत्र अश्विनकुमार सोनी महाजन को गिरफ्तार कर लिया।
आबकारी के मौन में तस्करों की पौ बारह
ज्ञातव्य है कि शराब के ठेकों से उठाया गया माल अवैध रूप से गुजरात जा रहा है। यह सिलसिला लगातार बना हुआ है, लेकिन आबकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही। ठेकों से भारी मात्रा में माल पार होने के बावजूद आबकारी न तो तस्करी रोकने पर ध्यान दे रही है और न ही ठेकों पर नकेल कस रही है। यहां तक कि आबकारी महकमे के अधिकारियों ने भी चुप्पी साध रखी है। संभवतया मौन के कारण तस्करों की पौ बारह हो रही है।#sirohi.The question remains unanswered that why the excise is not breaking its sleep?