- जिम्मेदारों की सरपरस्ती में न कोई कानून और न कायदा
- आबकारी अधिनियमों की खुली अवहेलना कर रहे ठेकेदार
जालोर/सिरोही. शराब की दुकानों पर कोई कायदा-कानून काम नहीं कर है। ठेकेदार नियमों को धत्ता बताते हुए अपनी जेब भर रहे हैं। महकमे के जिम्मेदार भी मानों नींद में हैं। शायद यही कारण है कि जिम्मेदारों की सरपरस्ती में कायदे-कानूनों की धज्जियां उड़ रही है। ऐसे में न केवल ड्राई डे पर खुलेआम शराब बेची जा रही है, वरन् ठेकों के बाहर नाबालिग भी कतार में लगे हुए हैं। ऐसा भी नहीं है कि इस तरह के मामले केवल जालोर में ही है। सिरोही जिले में भी कमोबेश यही स्थिति है। अब ठेकों पर कार्रवाई कौन करेगा यह समय की गर्त में है।
भीनमाल के ठेके का फोटो वायरल
ड्राई डे पर खुलेआम शराब बेचे जाने का एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह भीनमाल शहर की एक शराब दुकान का बताया जा रहा है। यहां ड्राई डे के बावजूद खुले तौर पर शराब बिकवाली हो रही है। वहीं, ग्राहकों के साथ ही दुकान के बाहर दो नाबालिग भी नजर आ रहे हैं।
यह है प्रावधान
नियमानुसार ड्राई डे पर शराब की बिकवाली नहीं की जा सकती। आवदेन शर्तों में भी यह तय रहता है कि ड्राई डे के दिन शराब की दुकान बंद रखी जाएगी। वहीं, नाबालिगों को शराब बेचने पर भी रोक है।
फिर क्या आम दिन और क्या ड्राई डे
नियमानुसार नाबालिगों को आम दिनों में भी शराब नहीं बेची जा सकती, लेकिन कायदे ही तोडऩे है तो क्या आम दिन और क्या ड्राई डे। इस तरह के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं, लेकिन आबकारी महकमा चैन की नींद सो रहा है। जिम्मेदार न तो कार्रवाई कर रहे हैं और न कायदों की पालना हो पा रही है।#jalore/sirohi. Liquor being sold openly on dry day, minors also in queue