सेठ की तिजोरी से करोड़ों का सोना चोरी करने वाला नौकर गिरफ्तार
- सिरोही जिले के युवकों ने मुम्बई में वारदात को अंजाम दिया, कुल दस आरोपी गिरफ्त में
- चुराए गहनों का आबूरोड में किया बंटवारा और खेतों में गाड़ कर रखा सोना
मुम्बई/सिरोही. मुंबई में अपने सेठ की तिजोरी से करोड़ों का सोना चुराने वाले नौकर व उसके साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। नौकर व उसके अधिकतर साथी सिरोही के रहने वाले हैं। सेठ के यहां से सोना चुराने के बाद इन लोगों ने आबूरोड आकर बंटवारा किया। नौकर व उसके साथियों ने अपने हिस्से का सोना खेतों में गाड़कर रखा था, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया।
सेठ के विश्वास का नौकर ने कत्ल किया
बताया जा रहा है सेठ अपने नौकर गणेश पर पूरा भरोसा करता था। नौकर उसका पूरा काम संभालता था इसलिए रात को भी वह कार्यालय में ही रहता था। कुछ दिन पहले ही सेठ ने एक प्रदर्शनी के लिए जेवरात मंगवाए थे, जो कार्यालय में ही रखे हुए थे। इस दौरान सेठ के पिता का निधन हो गया। इस पर उसने नौकर को सारी चाबियां दे दी तथा चार दिन कार्यालय नहीं आया। नौकर गणेश ने इस मौके का फायदा उठाते हुए सेठ के विश्वास का कत्ल कर दिया।
करोड़ों का सोना व नकदी चुरा ले गए
पुलिस के अनुसार मुम्बई के भुलेश्वर में सोने के व्यापारी खुशाल रसीकलाल टामका के यहां से उसका नौकर गणेश हीराराम देवासी करोड़ों रुपए मूल्य का सोना चुरा कर फरार हो गया था। उसने अपने दोस्तों के साथ मिल कर कार्यालय की तिजोरी से करीब नौ करोड़ रुपए के सोने के गहने व लगभग नौ लाख रुपए नकदी चुराई थी। सेठ की रिपोर्ट पर एलटी मार्ग थाना पुलिस ने आरोपियों की सरगर्मी से तलाश की तथा दबोच लिया।
कड़ी दर कड़ी जोड़ते हुए दबोचा
ज्वाइंट कमिश्नर पुलिस (कानून व्यवस्था) विश्वास नागरे पाटिल ने बताया कि व्यवसायी खुशाल रसीकलाल टामका के कार्यालय की तिजोरी से 14 जनवरी की रात को करोड़ों के गहने और नकदी चोरी के मामले में जांच शुरू हुई। इस दौरान नौकर गणेश भी गायब मिला। आसपास के इलाके से सीसी टीवी फुटेज तलाशे गए। इसके बाद कड़ी दर कड़ी जोड़ते हुए पुलिस आरोपियों तक पहुंची।
गणेश व रमेश मुख्य सूत्रधार
चोरी की इस वारदात का मुख्य सूत्रधार सेठ का नौकर गणेश व रमेश था। इन दोनों ने साजिश रची तथा कैलाश को राजस्थान से मुम्बई बुलाया। इसके बाद पूरी योजना बनाई। आरोपी वारदात को अंजाम देकर टैक्सी में बोरीवली गए तथा वहां से कार लेकर राजस्थान के आबूरोड आए। यहां एक गोशाला में चोरी के गहनों का बंटवारा किया। गणेश व रमेश को सबसे अधिक चार करोड़ रुपए से ज्यादा के गहने मिले। दोनों ने बंटवारे में मिले गहने अपने गांव के खेत में गाड़कर छिपाया था, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया।
नौकर भाग गया था इंदौर
मामले में पुलिस की साइबर सैल ने कड़ी मेहनत से आरोपियों की तलाश शुरू की। कई दिनों तक कड़ी मेहनत कर एक आरोपी रमेश प्रजापति को सिरोही से गिरफ्तार किया गया। उसकी निशानदेही पर मुख्य आरोपी गणेश देवासी व उसके खास साथी कैलाश मंगलाराम तुरी भाट को इंदौर (मध्यप्रदेश) से पकड़ लिया।
सिरोही के रहने वाले हैं सभी आरोपी
पुलिस गिरफ्त में आए लगभग सभी आरोपी राजस्थान में सिरोही जिले के ही हैं। इनमें मुख्य आरोपी गणेश देवासी व रमेश प्रजापत समेत किसन चौहान, हिम्मतसिंह बालिया, लोकेंदर राजपूत, प्रल्हादसिंह चौहान, श्यामलाल सोनी, विक्रमकुमार मेघवाल व उत्तम पन्नाराम घांची शामिल है। इन सभी को मुम्बई पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।