राजनीतिpoliticsPWD RAJASTHANrajasthanजयपुरराजस्थान

अफसर और ठेकेदार बिजनेस पार्टनर, इसलिए छह माह में टूट रही सड़कें

  • सरकार को पता है इंजीनियर और ठेकेदारों का गठजोड़
  • मुख्यमंत्री ने पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर को माना जिम्मेदार

जयपुर. प्रदेश में सड़कों की हालत को देखते हुए मुख्यमंत्री (CM) अशोक गहलोत (ASHOK GEHLOT) भी खफा नजर आ रहे हैं। एक दिन पहले ही वे जोधपुर (JODHPUR) में अधिकारियों को खरी-खरी सुना चुके हैं। वहीं, एक बार फिर पीडब्ल्यूडी (PWD) के अफसरों की अच्छी-खासी क्लास लगा दी। मुख्यमंत्री ने यहां तक कह दिया कि इंजीनियर, ठेकेदारों के साथ पार्टनर बन जाते हैं। अफसरों व ठेकेदारों के बीच बिजनेस पार्टनर के रिश्ते होने से सड़कें छह महीने से ज्यादा नहीं चल पाती। चीफ इंजीनियर को कहा कि दो टूक कहना चाहता हूं कि मैं नीचे वालों को जिम्मेदार नहीं मानूंगा, जिम्मेदारी चीफ इंजीनियर की है। जो गड़बड़ी करते हैं उन्हें आप एपीओ करें, खिंचाई करें, कुछ भी करें, लेकिन सड़कों की क्वालिटी से समझौता बर्दाश्त नहीं होगा।#Officers and contractors are business partners, so the roads are breaking in six months- cm gehlot

https://rajasthandeep.com/?p=3736m … पर्ची पर पेट में पथरी का उपचार, थमा दी कैंसर की दवा- गलत दवाई देने से बिगड़ी मरीज की तबीयत- माउंट आबू के ग्लोबल अस्पताल का मामला… जानिए विस्तृत समाचार… 

थर्ड पार्टी से करवा रहे जांच
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सड़कों को बनाने के बाद थर्ड पार्टी जांच भी करवा रहे हैं। सड़कों की क्वालिटी चीफ इंजीनियर पर निर्भर है। आपके यहां आजादी के बाद से जो सिस्टम बना हुआ है, वह सिस्टम है। आप ठेकेदारों को दो टूक कह दीजिए कि क्वालिटी से समझौता बर्दाश्त नहीं होगा।

https://rajasthandeep.com/?p=3725 … जेईएन साहब, समस्या देखनी है तो इस सड़क पर चल कर दिखाइए- पीडब्ल्यूडी जेईएन के दो टूक जवाब और बिगड़े बोल से भड़के ग्रामीण- क्षतिग्रस्त मार्ग पर घुटनों तक भरे पानी से गुजरने को मजबूर… जानिए विस्तृत समाचार… 

मुख्यमंत्री ने कहा करप्शन बहुत बढ़ गया है
मुख्यमंत्री ने पीडब्ल्यूडी के अफसर और इंजीनियर्स को खरी-खरी सुनाते हुए कहा कि आजकल कई एक्सईएन तो ठेकेदार के पार्टनर बन जाते हैं। ठेकेदार फिर क्वालिटी से समझौता करता है और बिजनेस पार्टनर से रिश्ते भी निभाता है। इस कारण सड़कों की क्वालिटी इतनी खराब बन जाती है कि छह महीने में ही टूट जाती हैं। समय के साथ बहुत बदलाव आया है, करप्शन बहुत बढ़ गया है।

https://rajasthandeep.com/?p=1628…पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन ने अवैध रूप से अर्जित आय को क्रेशर माइनिंग व शिक्षण संस्थाओं में किया निवेश- वैध से 334 प्रतिशत ज्यादा आय, अर्जित कर ली 10.42 करोड़ की परिसम्पत्तियां, एसीबी ने प्रकरण दर्ज कर पांच ठिकानों पर शुरू किया तलाशी अभियान … जानिए विस्तृत समाचार…

जनता की तकलीफ का ध्यान रखें
उन्होंने कहा कि ठेकेदार जब टेंडर लेता है तो उस सड़क की मेंटेनेंस की जिम्मेदारी उसकी होती है। एग्रीमेंट कर लिया, पाबंद कर दिया, बाद में आप उसे देखते ही नहीं हैं। ठेकेदार जानबूझकर उस सड़क को रिपेयर नहीं करता है और जनता तकलीफ पाती है। जनता में मैसेज गलत जाता है। हमारी लापरवाही से जनता तकलीफ पाती है। ठेकेदार को पाबंद किया हुआ है और टेंडर एग्रीमेंट में होता है कि सड़क की रिपेयर की जिम्मेदारी ठेकेदार की है, फिर मॉनिटरिंग का काम कौन करेगा। इसलिए अफसर अपने दिल से पूछकर काम करें कि वे पोस्ट पर बैठे हैं तो जनता की तकलीफ का ध्यान रखें।

https://rajasthandeep.com/?p=3378m … न एम्बुलेंस आई और न क्रेन पहुंची-टोल वसूली पूरी और सुविधाएं आधी-अधूरी- हाईवे पर पलटा ट्रोलर साइड में करने के साधन तक नहीं, लोगों ने एक-एक बोरी हटाकर शुरू करवाया एकतरफा मार्ग… जानिए विस्तृत समाचार… 

अफसरों की क्लास लगा दी

  • मुख्यमंत्री ने गुरुवार को प्रदेश में 3324 करोड़ की लागत की 113 सड़कों का शिलान्यास व लोकार्पण किया
  • इस वर्चुअल कार्यक्रम में उन्होंने प्रदेश में सड़कों की खराब स्थिति पर चिंता जताई
  • सड़कों की क्वालिटी को लेकर पीडब्ल्यूडी के अफसरों की क्लास लगा दी
  • लाइव समारोह में कहा कि सड़कों की क्वालिटी से समझौता मंजूर नहीं होगा

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button