
- न्यूनतम तापमान में गिरावट से ठंडी होने लगी रातें
- पहाड़ों में बर्फबारी के कारण राजस्थान में शीतल बयार
जयपुर/जोधपुर. प्रदेश में सर्दी ने दस्तक दे दी है। पहाड़ी इलाकों में हुई बर्फबारी से दीपावली के मौके पर ठंड का अहसास किया जा रहा है। शीतल हवा का असर अभी से दिखने लगा है। माना जा रहा है कि कुछ ही दिनों में ठंड और बढ़ेगी। अभी प्रदेश के कई शहरों का न्यूनतम तापमान 12 से 17 डिग्री सेल्सियस के बीच है। ऐसे में रातें ठंडी होती जा रही है। इसमें सीकर, फतेहपुर, पिलानी, सिरोही, अलवर, चूरू, जालोर, चित्तौडग़ढ़, कोटा, उदयपुर आदि शामिल है।#Snowfall in mountains, mercury will fall further in Rajasthan, then cold will increase
लम्बी पारी खेल सकती है शीतलहर
मौसम विभाग के अनुसार इस बार शीतलहर भी लम्बी पारी खेल सकती है। आमतौर पर दिसंबर में पडऩे वाली शीतलहर का असर नवम्बर के आखिरी सप्ताह में ही देखने को मिल सकता है। लिहाजा करीब 20-25 दिन पहले ही शीतलहर शुरू हो जाएगी। 15 दिसंबर से 7 जनवरी तक सामान्य तौर पर राजस्थान में कई जगह पारा जमाव बिंदू पर चला जाता है। गलन वाली कड़ाके की ठंड पड़ती है। माना जा रहा है इस बार प्रदेश में शीतलहर का समय ज्यादा रहेगा। #weather department JAIPUR
कड़ाके की सर्दी की संभावना
मौसम विभाग के एक्सपर्ट की माने तो ठंड का असर अब दिखने लगा है। इस साल गर्मी के बाद बारिश का सीजन अच्छा रहा है। रिकॉर्डतोड़ बारिश हुई है। ऐसे में कड़ाके की सर्दी पडऩे की संभावना है। दिसंबर तक चूरू, पिलानी, सीकर-फतेहपुर, सिरोही, पाली, जैसलमेर, बाड़मेर जिलों में तापमान माइनस में जा सकता है। पिछले कुछ दिनों से बीकानेर, डूंगरपुर-बांसवाड़ा, जयपुर-अलवर-भरतपुर क्षेत्र में अलसुबह हल्की धुंध भी छा रही है।
बर्फबारी के कारण जल्दी आ रही सर्दी
कश्मीर व हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्र में इस बार समय से पहले बर्फबारी हुई है। बारिश के साथ बर्फ गिरने से मौसम काफी ठंडा हो गया है। हिमाचल के टॉप हाइट वाले एरिया लाहौल-स्पीति, किन्नौर में पिछले दिनों बर्फबारी हुई है। इससे वहां का तापमान सामान्य से 6 से 8 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला गया है। मौसम विशेषज्ञों की माने तो इस बर्फबारी का असर राजस्थान में भी दिखेगा। इससे न केवल सर्दी जल्दी आ रही है। बल्कि रिकॉर्ड भी तोड़ सकती है।
ज्यादा रहेगा सर्दी का असर
एक्सपर्ट बताते हैं कि इस बार सर्दी 120 दिनों से भी ज्यादा दिन तक रहने की संभावना है। अक्टूबर से ही ठंडी रातें शुरू हो गई हैं। रात का न्यूनतम तापमान अब लगातार गिरेगा। साथ ही दिन के तापमान में भी गिरावट दर्ज की जाएगी। एक्सपर्ट बताते हैं कि मानसून की देरी से हुई विदाई और उत्तरी भारत में समय से पहले बर्फबारी इस बात के संकेत है कि इस बार ठंड ज्यादा रहेगी।