तार नीचे थे तो हाईट वाले वाहन को अनुमति किसने दी
- ऐन चौराहे पर अटके वाहन ने खोली विभागीय कुप्रबंधन की पोल
सिरोही. आमतौर पर हाईट वाले वाहनों को सड़क से गुजारने के लिए अनुमति लेनी होती है। बिजली लाइन और यातायात सम्बंधी समस्याओं का समाधान होने के बाद इन वाहनों को गुजारा जाता है, लेकिन सिरोही में गोयली चौराहे पर अटके एक वाहन ने विभागीय कुप्रबंधन की पोल खोल दी। वाहन के साथ चल रहे कार्मिक बिजली लाइनों को ऊंचा उठाते हुए चौराहे तक पहुंचे। यहां आकर दिखा कि बिजली लाइन इतनी नीची है कि वाहन आगे निकालना मुश्किल है। अब दो ही विकल्प थे या तो बिजली आपूर्ति बंद कर लाइन को हटाते हुए वाहन निकाला जाए या यू टर्न दिलाया जाए। करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद इन वाहनों को चौराहे के इन तारों के नीचे निकाला जा सका। बताया जा रहा है कि ये वाहन उमरगांव (गुजरात) से पानीपत जा रहे हैं।
हादसे की जद में रहे यात्री
ऐन चौराहे पर अटके इस वाहन के कारण यातायात बाधित होता रहा। सड़क पर खड़े इस वाहन के आसपास से वाहन गुजरते रहे। इसके लिए सड़क के दोनों किनारों पर हादसे का अंदेशा बना रहा। यहां यातायात तो बार-बार बाधित हुआ ही यात्री भी हादसे की जद में रहे।
अवरोध हटाने पर वाहन आगे पास होता
बताया जा रहा है कि इस तरह के वाहनों को पास करने के लिए अनुमति लेनी होती है। इसके लिए मार्ग में आने वाले अवरोध हटाए जाते हैं, लेकिन ऐन चौराहे को क्रॉस कर रही बिजली लाइन पर किसी का ध्यान नहीं गया। लिहाजा चौराहे पर अटके इस वाहन ने मुश्किल में डाल दिया।
प्रमुख चौराहे की स्थिति ग्रामीण रोड से बदतर
कहने को यहां से नेशनल हाईवे बनाने की प्लानिंग है, लेकिन स्थितियां ग्रामीण सड़कों से भी बदतर। शहर के प्रमुख चौराहों में शामिल गोयली चौराहे को देखकर लगता नहीं कि यह जोधपुर-जालोर व अहमदाबाद को जोडऩे वाला चौराहा है। गुरुवार देर शाम ही यहां रिफाइनरी की मशीन ट्रांसपोर्टिंग के कारण भारी जाम लग गया। मसला यह नहीं था कि आवागमन के लिए रास्ता नहीं मिला, बल्कि समस्या यह रही कि बिजली लाइन नीची थी। ऐन चौराहे पर लगा ट्रांसफॉर्मर और रोड को क्रॉस करने वाली बिजली लाइन के कारण वाहन यहां आकर अटक गया।