
- साध्वी ऋतंभरा की शिष्या ने धर्म की रक्षार्थ के लिए एकजुट रहने का किया आह्वान
सिरोही. शहर के भाटकड़ा स्थित शनिदेव मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव में साध्वी समाहिता ने कहा कि धर्म के साथ खिलवाड़ करना किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं कर सकते। सनातन धर्म के लिए हमें एकजुट रहना चाहिए। शनिवार रात भजन-जागरण कार्यक्रम में वे सम्मिलित हुईं। वे साध्वी ऋतंभरा की कृपापात्र शिष्या हैं।
उन्होंने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति इस देश का मजबूत आधार है। अनेक विपरीत परिस्थितियों के बावजूद हमारी संस्कृति, सभ्यता, धर्म तथा राष्ट्र संपूर्ण विश्व पटल पर स्वाभिमान के साथ खड़ा है, सनातन की व्यापकता मानवता, दया, उदारता तथा करुणा के भाव में समाहित है। प्रारंभ में आयोजन समिति की ओर से पूर्व पार्षद अमियादेवी माली ने उनका बहुमान किया। इस दौरान ताराराम माली, पार्षद गोविंद मालीए गोपाल माली, छगनलाल, प्रकाश माली, जयगोपाल पुरोहित, लोकेश खंडेलवाल, भुबाराम माली, संत रामानंद,जगदीश माली, महेंद्र माली, भंवरलाल, दलपत माली समेत कई श्रद्धालु मौजूद रहै।#Sirohi Sadhvi Ritambhara’s disciple Sadhvi Samahita said we should be united for Sanatan Dharma
अपने विचार भी कुछ क्रांतिकारी कीजिए…
उन्होंने वंशज भरत के, मां भारती के कर्णधार, अपने विचार भी कुछ क्रांतिकारी कीजिए… कविता की पंक्तियों के साथ शुरुआत की। कार्यकर्ताओं को धर्म ध्वजा के लिए आगे आने का आह्वान करते हुए कहा कि शांति के गीत हमने खूब गा लिए, अहिंसा के पाठ भी पढ़ा लिए, अब अराजकता इस देश में नहीं चलेगी। सर्वे भवंतु सुखिन: का अर्थ बताया कि अगर प्रेम से रहोगे तो गले लगाएंगे, सभी धरती के लाल हैं और सनातन में यही परंपरा प्रार्थना है।
देश तोडऩे की बात करे उनका तिरस्कार
उन्होंने स्पष्ट कहा कि मुझे किसी धर्म मजहब संप्रदाय से कोई दिक्कत नहीं है और ना किसी को आहत करना चाहती हूं, लेकिन जो भारत का अन्न खाए और भारत के टुकड़े हो ऐसी बात करें, भारत के लोगों से नफरत करे, ऐसे लोगों का तिरस्कार करती हूं। साध्वी ने विश्वास जताया कि देश में अमन चैन अवश्य स्थापित होगा।
बच्चों को पढ़ाएं अपना गौरवशाली इतिहास
साध्वी समाहिता ने मातृशक्ति से आह्वान किया कि वे अपने बच्चों को भारत के गौरव एवं महापुरुषों व ऋषियों का इतिहास पढ़ाएं। बहन-बेटियों को निज रक्षा के लिए साहस दिखाने की अपील की। उन्होंने भारत को पुन: समृद्ध व वैभवशाली बनाने और उसे उत्कर्ष पर ले जाने के लिए प्राण प्रण से एकजुट रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्र की बागड़ोर अब सशक्त हाथों में है। साथ ही भक्तिमय एवं उल्लास से ओतप्रोत गीतों की प्रस्तुति भी दी।
https://rajasthandeep.com/?p=4516 … नशे की हालत में चलाई रोडवेज बस, जोखिम में रहे यात्री- मेले की भीड़ में पुलिस को दिखा, अन्यथा बड़ा हादसा हो जाता… जानिए विस्तृत समाचार…