
- आत्मनिर्भता की मिसाल बनीं महिलाओं से संवाद
- राज्यमंत्री व रूमादेवी ने किया संगठित रहने का आह्वान
सिरोही. राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद (राजीविका) एवं रूमादेवी फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को यहां महिला सशक्तीकरण संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें राजीविका की ब्रांड एम्बेसडर डॉ. रूमादेवी ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने एवं संगठित रहते हुए आगे बढऩे का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आज की महिलाएं स्वयं सहायता समूह बनाकर व आधुनिक तकनीक एवं परस्पर सहयोग से छोटे से छोटे गांव में भी बड़े उद्योग स्थापित करने की क्षमता रखतीं हैं। संवाद कार्यक्रम में महिलाएं उनसे मिलकर खुश नजर आईं। कार्यक्रम में 700 से अधिक महिलाओं ने रोजगार, उद्यमिता और सामाजिक जागरूकता से जुड़े मुद्दों पर खुलकर चर्चा की।
चुनौतियों का सामना कर आत्मनिर्भर बनें-देवासी
कार्यक्रम में ग्रामीण विकास एवं पंचायतराज राज्यमंत्री ओटाराम देवासी ने कहा कि महिलाओं को रूमादेवी से प्रेरणा लेकर आगे बढऩा चाहिए। कहा कि सिरोही जिले के लघु कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार राजीविका के माध्यम से अवसर उपलब्ध करवा रही है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जिले की महिलाओं को संगठित कर उनको उद्यमशीलता के प्रति प्रोत्साहित करना है। साथ ही चुनौतियों पर चर्चा कर आत्मनिर्भरता की दिशा में नए अवसरों से उनको जोडऩा भी है।

महिलाओं ने खुलकर समस्याएं रखीं
इस दौरान जिला परियोजना प्रबंधक (राजीविका) अम्बिका राणावत ने बताया कि संवाद कार्यक्रम में महिलाओं ने खुलकर अपनी समस्याएं रखीं व सवाल पूछे। महिलाओं से बातचीत के दौरान जिले से कई प्रेरणादायी उदाहरण भी सामने आए, जिनके जीवन में राजीविका से जुडऩे के बाद सकारात्मक बदलाव आए। जिला परिषद सीईओ प्रकाशचंद्र अग्रवाल समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
प्रेरणादायी उदाहरण
- पति की मृत्यु के बाद रमीला ने हिम्मत से काम लिया। वे अपने पैरों पर खड़ी हुईं और इनकी बनाई साडिय़ां खूब पसंद की जा रही है।
- इसी तरह से हेमलता भी महिलाओं के लिए प्रेरणादायी बनी हुईं हैं। उन्हें हाल ही में दिल्ली में लखपति दीदी के रूप में सम्मानित किया गया है।