
- बोले, इसके लिए सांसद व जिलाध्यक्ष बैठे हैं वे बताएंगे
सिरोही. भाजपा की ओर से बुधवार को यहां सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत की गई। उद्देश्य था राज्य में सत्तासीन होने के बीस माह में हासिल की गई उपलब्धियां जनता के समक्ष रखना। लेकिन, सिरोही को इन बीस माह में क्या दिया गया यह इनके एजेंडे में नहीं था। पत्रकारों से बातचीत के लिए भाजपा ने आहोर (jalore) से पूर्व विधायक शंकरसिंह को यहां भेजा था। उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकार की उपलब्धियां बताई, लेकिन सिरोही की समस्याओं को लेकर पूछा तो कन्नी काट ली। बोले इस बारे में सांसद लुम्बाराम चौधरी व भाजपा जिलाध्यक्ष रक्षा भंडारी बैठे हैं, वे बताएंगे। हां, पिछली कांग्रेस सरकार ने अपने बीस माह के कार्यकाल में कितना कार्य किया था और भाजपा ने सत्तासीन होते ही बीस माह में कितना कार्य किया इसके आंकड़े बताते हुए वे प्रफुल्लित नजर आए।
कमियां रह जाती है, बदलाव दिखेगा
राजकीय मेडिकल कॉलेज का कार्य धीमी गति से चल रहा है और यह मार्च माह में पूरा हो जाना चाहिए था, इस सवाल के जवाब में बताया गया कि कुछ कमियां रह जाती है। सरकार बदलने के बाद बदलाव भी धीरे-धीरे दिखेगा। बताया कि जल्द ही कार्य पूरा हो जाएगा, सांसद ने हाल ही में निर्माण कार्य का जायजा भी लिया है।
घाटे से उबरे पर सफर के लिए बसें नहीं हैं
उन्होंने बताया कि घाटे में चल रही रोडवेज का प्रबंधन सही तरीके से किया है, जिससे घाटा कवर होकर अब बैलेंस आ रहा है। इस पर उनसे पूछा गया कि सिरोही-जालोर संसदीय क्षेत्र को जोडऩे के लिए रोडवेज की बसें ही नहीं है, जो थी वे बंद हो गई अब गिनती की बसें चल रही है। आदिवासी क्षेत्र व ग्रामीण इलाकों में भी लोग अवैध वाहनों से सफर कर रहे हैं। जवाब मिला कि रोडवेज को नई बसें मिलने वाली है तब सब ठीक हो जाएगा।
पहले मिठाई खाई, फिर संवेदना जताई
पत्रकारों से बातचीत के दौरान कचौरी व किट्टी के लड्डू मंगवाए गए। बातचीत करते हुए ही पूर्व विधायक समेत अन्य ने मुंह मीठा किया। बातचीत के बाद किसी ने जैसलमेर में हुए बस हादसे का जिक्र किया। इस पर पूर्व विधायक तपाक से बोले हां, एक बात और, आप हमारी ओर से संवेदना भी लिख दीजिएगा। वाकई बहुत ही बड़ा और दुखदायी हादसा था।
सडक़ें नहीं दिख रही, सजावट दिखानी है
सिरोही जिला मुख्यालय पर सडक़ें टूटी पड़ी है और दीपावली की सजावट जा रही है, जिससे हादसों का अंदेशा बना हुआ है। सडक़ मरम्मत के बजाय सजावट में लाखों रुपए का बजट जाया किया जा रहा है। इस पर भाजपा पदाधिकारियों का कहना रहा कि हां, सही है मरम्मत करवानी चाहिए थी। नगर परिषद को इस सम्बंध में कहा था, लेकिन सामने आया कि ये सडक़ें उनके क्षेत्राधिकार की नहीं हैं। सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को कहा जाएगा।



