सावधान यह टोल रोड है, किनारे से चूके तो नाले में गिरना तय!
- क्षतिग्रस्त हो चुकी नालों की सुरक्षा दीवारों को ठीक कराने में बरत रहे बेपरवाही
- नालों पर मजबूत प्रबंध तो दूर दीवारों का टूटने के बाद पुनर्निर्माण तक नहीं हुआ
सिरोही. रेवदर-मंडार टोल रोड (sirohi-reodar-mandar toll road) पर चलते समय यदि किनारे से थोड़ा भी चूके तो नाले में गिरना तय है। जान-माल का भारी नुकसान होगा तो कोई क्या करे, यात्री अपनी जोखिम पर सफर करे। भले ही इस मार्ग पर तीन-तीन जगह टोल वसूली हो रही हो। चौंकना लाजिमी पर हकीकत यही है। सिरोही-मंडार बीओटी रोड पर सुरक्षा उपायों को दरकिनार किया जा रहा है। नालों के किनारे सुरक्षा दीवारें क्षतिग्रस्त पड़ी है, लेकिन ठीक करवाने पर ध्यान नहीं दिया जा रहा। ऐसे में चलते वाहन कब किस नाले में गिर जाए कह नहीं सकते। नालों के किनारे बिल्कुल सपाट हो चुके हैं और साइड लेने के चक्कर में कोई वाहन अचानक ही लहराते हुए किनारे की तरफ आए तो गिरना निश्चित है। नालों के किनारे मजबूत दीवारें होनी चाहिए, लेकिन यहां टूटने के बाद पुनर्निर्माण तक नहीं हो पाया। आए दिन के हादसों में जान-माल का भारी नुकसान हो रहा है, लेकिन न तो टोल कंपनी ध्यान दे रही है और न सार्वजनिक निर्माण विभाग। (PWD SIROHI)
हरदम हादसे की जद में
अंधेरे में वाहनों से साइड लेते हुए दुपहिया वाहन इन नालों में गिरने की आशंका हर समय बनी रहती है। टोल रोड से कई गांवों का कनेक्शन होने से रात को भी अक्सर दुपहिया वाहन इस मार्ग पर चलते हैं, लेकिन सुरक्षा के ठोस प्रबंध नहीं है। इससे इस रूट के वाहन हरदम हादसे की जद में रहते हैं।
नहीं हुआ बिखरी दीवारों का निर्माण
कुछ समय पहले हादसों में क्षतिग्रस्त हो चुकी सुरक्षा दीवारों का वापस निर्माण करवाना तक जरूरी नहीं समझा गया। वाहन टकराने से सुरक्षा दीवारों को भारी नुकसान पहुंचा और दीवार पूरी तरह बिखर गई, लेकिन मजबूती देने के लिए पुख्ता प्रबंध करना तो दूर नए सिरे से दीवारों का निर्माण ही नहीं करवाया।
झाडिय़ों में नजर नहीं आते किनारे
नालों के किनारे भी झाडिय़ों में इस कदर गुम हो रहे हैं कि वाहन चालकों को नजर नहीं आ पाते। साइड लेने या ओवरटेक के चक्कर में वाहन झाडिय़ों से होते हुए सीधे नाले में गिरने का अंदेशा बना हुआ है। इसके बाद भी नालों पर सुरक्षित दीवार बनवाने में रुचि नहीं ली जा रही।