मृदुल शर्मा/भोपालः मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज राजधानी भोपाल के मिंटो हॉल में आयोजित कार्यक्रम में आयुष्मान हितग्राहियों से संवाद किया. इस दौरान कुछ लोगों को आयुष्मान कार्ड वितरित भी किए गए. सीएम शिवराज ने योजना का लाभ पा चुके लोगों से भी बात की. आयुष्मान कार्ड बनाने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया.
राज्य में ढाई करोड़ से ज्यादा कार्ड बनाए गए
कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात करते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि राज्य में ढाई करोड़ से ज्यादा आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं. मध्य प्रदेश में राशन की पात्रता रखने वाले और संबल योजना के हितग्राहियों को भी आयुष्मान योजना से जोड़ा जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की योजना है कि आयुष्मान कार्ड के हितग्राहियों की संख्या को 4 करोड़ 70 लाख तक पहुंचाया जाए और इस दिशा में प्रयास चल रहे हैं.
क्या है आयुष्मान योजना
23 सितंबर 2018 को आयुष्मान कार्ड योजना लागू की गई थी. इस योजना का उद्देश्य गरीब लोगों को 5 लाख तक का इलाज मुफ्त देना है. देश के सभी सरकारी और इस योजना से संबद्ध निजी अस्पतालों में आयुष्मान योजना के तहत इलाज कराया जा सकता है. प्रदेश में आयुष्मान योजना शुरू होने के बाद से अब तक 8 लाख 50 हजार लोगों को इसका लाभ मिला है और सरकार ने इन लोगों के इलाज पर 1200 करोड़ रुपए खर्च किए हैं. इस योजना के तहत प्रदेश के लोगों को दूसरे राज्यों में भी मुफ्त इलाज की सुविधा मुहैया कराई जा रही है. अब तक दूसरे प्रदेशों में रह रहे 50 हजार हितग्राहियों के इलाज पर सरकार ने 140 करोड़ रुपए का अनुमोदन स्वीकृत किया है.
बाढ़ में बचाव कार्य के लिए उतारी जाएगी सेना
भारी बारिश के चलते मध्य प्रदेश के शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, रीवा और टीकमगढ़ में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. शिवपुरी भारी बारिश का केंद्र बना हुआ है, इसलिए हालात ज्यादा खराब वहीं पर हैं. शिवपुरी में अब तक 800 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है. प्रदेश के 200 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं और 22 गांव पानी से घिरे हुए हैं.
मुख्यमंत्री ने बताया कि कल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात हुई थी. जिसके बाद वायुसेना के हेलीकॉप्टर्स को बचाव कार्य में लगाया गया था. हालांकि आज खराब मौसम के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन नहीं हो पाया. सीएम ने बताया कि मैंने भी जाने की कोशिश की लेकिन खराब मौसम के चलते नहीं जा पाया. पीएम से भी प्रदेश के हालात को लेकर बात हुई और उन्होंने भी हरसंभव मदद का भरोसा दिया है.
सेना उतारी जा सकती है
मुख्यमंत्री ने बताया कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ बचाव कार्य में लगी है लेकिन इसे और मजबूती देने के लिए सेना को उतारा जा सकता है. केंद्र सरकार से सेना के 4 कॉलम मांगे गए हैं. एक कॉलम में 80 सैनिक होते हैं. सीएम ने बताया कि हमारे दो मंत्री यशोधरा सिंधिया और महेंद्र सिंह सिसोदिया शिवपुरी में ही हैं और हालात पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि संकट छोटा नहीं है इसलिए सरकार पूरी क्षमता के साथ इसमें जुटी हुई है.
मुख्यमंत्री ने अवैध शराब को लेकर कड़ा कानून बनाने की बात भी दोहराई. बता दें कि आज कैबिनेट मीटिंग में अवैध शराब पर लगाम लगाने के लिए दोषियों को कड़ी सजा देने का प्रस्ताव रखा गया. जिसमें दोषियों को उम्रकैद तक की सजा हो सकती है. सीएम ने कहा कि इसे विधानसभा में पेश किया जाएगा.