किसकी जेब में जा रहा है जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा

- प्रतिदिन अवैध रूप से वसूल रहे डेढ़ से दो करोड़ रुपए
- मार्च एंडिंग के नाम पर चेकिंग में करोड़ों की अवैध वसूली
सिरोही. रेवदर के समीप करोटी में अवैध रूप से चल रहे नाके पर राउंड द क्लॉक वसूली चल रही है, लेकिन जिम्मेदारों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही। मार्च एंडिंग के नाम पर चल रही चेकिंग के तहत करोड़ों की अवैध वसूली की जा रही है। हर वाहन से तीन सौ-तीन सौ रुपए झटके जा रहे हैं। इसके लिए परिवहन निरीक्षकों ने निजी व्यक्तियों को यहां काम पर लगा रखा है। जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा आखिर किसकी जेब में जा रहा है। वैसे एक बात तो आसानी से सोच सकते है कि इस अवैध वसूली के तार ऊपर तक जुड़े हुए हैं। शायद यही कारण है कि जिम्मेदार इस अवैध वसूली को लेकर लगातार मूकदर्शक बने हुए हैं।
निरीक्षकों की निगरानी में चल रहा खेल
करोटी के समीप इस टोल बूथ पर परिवहन निरीक्षकों का पूरा लवाजमा है। निजी व्यक्तियों के भरोसे चल रही इस चेक पोस्ट पर परिवहन निरीक्षक कुर्सियों पर बैठे रहते हैं। निजी व्यक्ति एक-एक वाहन चालक को फ्लाइंग वाहन तक लाते हैं और एंट्री वसूल कर छोड़ रहे हैं। यह पूरा खेल परिवहन निरीक्षकों की निगरानी में चल रहा है।
अवैध वसूली में तीन निरीक्षकों की टीम
करोटी के समीप टोल बूथ पर तीन परिवहन निरीक्षक राउंड द क्लॉक अवैध वसूली का खेल चला रहे हैं। इनका मुख्य सूत्रधार परिवहन निरीक्षक सुजाराम चौधरी को माना जा रहा है। इस टीम में जवाहरराम व अक्षमिता राठौड़ शामिल है। बताया जा रहा है कि तीनों निरीक्षकों की यह टीम राज्य सीमा की विभिन्न चेकपोस्ट पर कार्यरत रहते हुए पहले भी इस तरह का खेल चलाती रही है। इस बार इनका टारगेट सिरोही जिले में मंडार-गुजरात सीमा क्षेत्र है।
मंडार से हटे और फिर करोटी में जमे
बताया जा रहा है कि परिवहन निरीक्षकों की इस टीम ने सिरोही जिले में ज्वाइन करते ही अवैध वसूली शुरू कर दी थी। प्रारंभ में मंडार-गुंदरी चेकपोस्ट पर यह कार्य शुरू किया गया, लेकिन यह वह जगह थी, जहां पूर्व में सरकारी चेकपोस्ट रही है तथा राज्य सरकार के आदेश के बाद बंद हो चुकी है। लिहाजा नजरों में आने के डर से इस जगह को छोड़ दिया गया। इसके कुछ दिनों बाद ही करोटी टोल बूथ पर अवैध वसूली का खेल शुरू कर दिया, जो बदस्तूर जारी है।