- टोल देने के बावजूद लोगों को नहीं मिल रही चाक-चौबंद व्यवस्था, औपचारिक मरम्मत से बढ़ रहे हादसे
- सिरोही-रेवदर-मंडार बीओटी मार्ग पर नाम की मरम्मत, आगे लग रहे पैबंद और पीछे उखड़ रहे
सिरोही. मंडार-रेवदर बीओटी मार्ग पर तीन-तीन जगह टोल वसूली की जा रही है, लेकिन सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं है। सड़क गड्ढों में गुम हो रही है। यहां तक कि गड्ढों की मरम्मत करने में भी औपचारिकता निभा रहे हैं। ऐसे में इस मार्ग पर वाहन चलाना मुश्किल हो रहा है। बीओटी रोड होने से मरम्मत भी चलती रहती है, लेकिन दिखावे के लिए। कई जगहों पर पैबंद भी लगाने के साथ ही उखड़ रहे हैं। गड्ढों के कारण वाहन हादसे का शिकार बन रहे हैं। सार्वजनिक निर्माण विभाग की अनदेखी में बीओटी कंपनी मनमर्जी से काम चला रही है। ऐसे में न तो विभागीय स्तर पर ठोस मॉनिटरिंग हो रही है और न टोल रोड की समुचित मरम्मत करवा रहे हैं। इसका सीधा खामियाजा वाहन चालकों को जान देकर चुकाना पड़ रहा है।
निर्माण विभाग की मौन स्वीकृति
सिरोही से मंडार तक करीब 70 किमी के दायरे में यह बीओटी सड़क है। इस पर तीन जगह टोल बूथ बना रखे हैं, जहां वाहन चालकों से टोल वसूला जा रहा है। इसके बावजूद समुचित सुविधा नहीं मिल रही। वाहन चालक अक्सर सड़क मरम्मत की मांग भी उठाते हैं, लेकिन निर्माण विभाग की मौन स्वीकृति में सब कुछ आराम से चल रहा है। यही कारण है कि बीओटी कंपनी समय पर मरम्मत नहीं करवाए तब भी कोई कहने वाला नहीं है।

हादसों का शिकार हो रहे वाहन
सड़क पर औपचारिक मरम्मत के कारण वाहन चालक काफी परेशानी भुगत रहे हैं। गड्ढों से भरी सड़क पर चलना हरदम हादसे को दावत देने के बराबर है। गड्ढों के बीच चलते हुए अक्सर हादसे का शिकार होते हैं। कई जगहों पर विकट मोड में ही गड्ढे है, जिससे वाहन बेकाबू होकर आमने-सामने टकरा जाते हैं या पुलिया से नीचे तक गिर जाते हैं। आए दिन के हादसों के बावजूद इस टोल सड़क की समुचित मरम्मत करवाने पर कोई ध्यान नहीं दे रहा।
ये कितने बेपरवाह और वे कितने जिम्मेदार
गड्ढों की मरम्मत में कितनी औपचारिकता निभाई जा रही है इसे आसानी से देखा जा सकता है, लेकिन निर्माण विभाग को यह नजर ही नहीं आ रहा। कई जगह तो पैबंद लगाते-लगाते ही उखड़ रहे हैं। कई जगह तो पैबंद लगाकर आगे बढ़ गए और पास ही टूटी सड़क को छोड़ गए। वाहन चलने से यह टूटी सड़क और इससे सटा पैबंद कितने दिन चलेगा सोच सकते है। सड़क मरम्मत की यह स्थिति टोल कंपनी की बेपरवाही व निर्माण विभाग के जिम्मेदारों की मॉनिटरिंग आसानी से उजागर करती है।
ठीक करवाएंगे…
टोल रोड पर व्यवस्थाएं ठीक ही है, सड़क भी दुरुस्त है। कहीं टूट-फूट होगी तो जल्द ही ठीक करवाएंगे।
– जगराम मीना, अधीक्षण अभियंता, पीडब्ल्यूडी, सिरोही



