
- उद्यमियों के लिए दुखदायी बन रहे टूटे नाले और गंदगी
- सिरोही औद्योगिक क्षेत्र में सफाई के पुख्ता प्रबंध तक नहीं
सिरोही. कहने को यह जिला मुख्यालय का औद्योगिक क्षेत्र है, लेकिन सुविधाएं नगण्य। रोशनी व बिजली की व्यवस्था तो है ही सफाई के भी पुख्ता प्रबंध नहीं है। कहीं नाले क्षतिग्रस्त पड़े हैं तो कहीं नालियां ही नहीं है। कचरा उठाने वाला कोई नजर नहीं आता। यदा-कदा नालों की सफाई का अभियान चलाया जाता है, लेकिन किनारे पर रखा मलबा हटाने की जहमत नहीं उठा रहे। लिहाजा अगले ही दिन मलबा वापस नाले में गिर जाता है। समस्याओं के कारण उद्यमियों में रीको क्षेत्र के प्रति दिलचस्पी कम हो रही है।
दुखदायी हो रही बेतरतीब उगी झाडिय़ां
रीको क्षेत्र में बेतरतीब ढंग से उगी झाडिय़ां भी दुखदायी साबित हो रही है। सफाई की अव्यवस्थाओं के बीच झाडिय़ों की कटाई भी नहीं हो रही। जगह-जगह उग आई झाडिय़ों के कारण जहरीलें जंतुओं का डर भी बना रहता है। ऐसे में रात को उद्यमी या श्रमिक झाडिय़ों के पास से गुजरते हुए भी डरते हैं।
सफाई वाला कोई नजर नहीं आता
औद्योगिक क्षेत्र में सफाई व्यवस्था पूरी तरह बदहाल हो रही है। नाले व नालियां गंदगी से भरे पड़े हैं। यहां तक कि आम रास्तों में भी कचरा बिखरा पड़ा है। नालों में गिरा मलबा उठाने तक की किसी को फर्सत नहीं है। फैक्ट्रियों से निकलने वाला कचरा और यहां-वहां बिखरी गंदगी साफ करने वाला भी कोई नजर नहीं आता।
भारी समस्या झेल रहे उद्यमी
बताया जा रहा है कि सफाई ठेकेदार की ओर से काम में लापरवाही बरती जा रही है। गंदगी के बीच उद्यमियों को भारी समस्या हो रही है, लेकिन जिम्मेदार कोई ध्यान नहीं दे रहे। कई-कई दिनों तक सफाई नहीं होने पर उद्यमी शिकायत करते हैं, लेकिन कभी-कभार या दिखावे तौर पर ही सफाई की जा रही है। इसके अलावा कुछ नहीं हो रहा।
जल्द ही काम करवाएंगे…
अभी टेंडर पूरे हो चुके हैं। नए टेंडर खुलने के बाद सफाई के पुख्ता प्रबंध किए जाएंगे।
- चेतन बरनवा, रीको क्षेत्रीय प्रबंधक, सिरोही



