- परिचय की ऊंहापोह में हकबका गए कांग्रेस जिलाध्यक्ष
सिरोही. कांग्रेस में संगठन चुनाव के मद्देनजर सिरोही आए पर्यवेक्षक परेश धनानी ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत की। प्रांरभ के दो मिनट में उन्होंने सभी से परिचय की इच्छा जताई। इसके लिए जिलाध्यक्ष आनंद जोशी को आगे किया, लेकिन परिचय की ऊंहापोह में वे हकबका गए। संभवतया इसलिए कि पार्टी में उच्च पद पर आसीन होने पर भी वे अधिकतर पत्रकारों से परिचित नहीं हैं। ऐसा इसलिए भी कि शायद वे संगठनात्मक मुद्दों या विचारों पर भी पत्रकारों से कभी मुलाकात नहीं करते। चाहे जो हो पर परिचय सत्र के दौरान वे हकबका गए। एक-दो जनों का परिचय कराने का प्रयास किया पर सफल नहीं हो पाए। फिर पर्यवेक्षक ने पत्रकारों से ही एक-एक कर परिचय देने का अनुरोध किया।
पर्यवेक्षक अपना परिचय खुद नहीं दे पाएंगे
इस दौरान पर्यवेक्षक परेश धनानी ने अपना परिचय देते हुए कहा कि वे कांग्रेस में कार्यकर्ता हैं और पार्टी में किन दायित्वों का निर्वहन किया यह बताया। उन्होंने बोलना शुरू किया ही था कि वहां बैठे पूर्व जिलाध्यक्ष राजेंद्र सांखला बात संभालने की गरज से बोल पड़े। उनका कहना रहा कि पर्यवेक्षक अपना परिचय खुद नहीं दे पाएंगे, अपने को केवल कार्यकर्ता ही बता रहे हैं। लेकिन, एक अन्य पदाधिकारी ने उन्हें हाथ के इशारे से चुप करा दिया।
पहनीं कमल के फूलों वाली साड़ी
पर्यवेक्षक के तौर पर सिरोही आईं सुमन यादव की साड़ी कुछ खास दिखीं। वे हल्के रंग की साड़ी में थीं और यह कलर उनको खूब फब रहा था, लेकिन साड़ी की डिजाइन चर्चा का विषय रही। इस मायने में कि उस पर कमल के फूल बने हुए थे। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस व भाजपा देश के प्रमुख राजनीतिक दलों में एक हैं और कमल का फूल भाजपा का चुनाव चिह्न है।

संगठन चुनाव की रूपरेखा बताई
पर्यवेक्षक परेश धनानी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए संगठन चुनाव की पूरी रूपरेखा बताई। कहा कि कार्यकर्ताओं की पसंद से ही जिलाध्यक्ष बनाए जाएंगे। इसके लिए ब्लॉक व जिलास्तरीय बैठकों का आयोजन किया जा रहा है। यहां मिले फीडबैक व आवेदनों को दिल्ली आलाकमान के पास पहुंचाया जाएगा। उन्होंने बताया कि कुछ प्रदेशों में यह नवाचार किया जा चुका है। सफलता मिलने के बाद अब इसे राजस्थान में भी लागू कर रहे हैं।



