
- ज्यादातर विप्र या वैश्य वर्ग से आते रहे हैं जिलाध्यक्ष
- प्रदेशस्तरीय भाजपा नेत्री की पुत्रवधू हैं नवनियुक्त जिलाध्यक्ष
सिरोही. भाजपा में जिलाध्यक्ष पद पर रक्षा भंडारी को निर्वाचित घोषित किया गया। इस निर्वाचन से सिरोही में संगठनात्मक रूप जातीय समीकरण साधा गया है। हालांकि आसपास के कुछ जिलों में बदलाव करते हुए नए समीकरण बैठाए गए हैं, लेकिन सिरोही में परम्परा कायम रखी गई। सिरोही में जिलाध्यक्ष पद पर अमूमन विप्र या वैश्य समाज से आने वाले कार्यकर्ता ही आसीन होते हैं। इस बार भी ऐसा ही हुआ।
पहले ही संदेश में झलकी एकजुटता
नियुक्ति के तत्काल बाद ही जिलाध्यक्ष रक्षा भंडारी ने मंच से अपना सम्बोधन दिया। इसमें एकजुटता का संदेश साफ झलका। उनका कहना रहा कि जिलाध्यक्ष के लिए शीर्ष नेतृत्व ने भले ही उन्हें चुना है, लेकिन दावेदार की फेहरिस्त में जो चौदह लोग थे वे जिलाध्यक्ष बने हैं। उन सभी को मार्गदर्शन देते रहने एवं मिलकर संगठन का कार्य करते रहने का आग्रह किया।

वापस शुरू हुई भंडारी परिवार की सक्रियता
सिरोही से विधायक रहीं तारा भंडारी महिला आयोग अध्यक्ष एवं विधानसभा में उपाध्यक्ष भी रह चुकी हैं। तत्कालीन समय में वे भाजपा की कद्दावर नेत्री रही हैं। पार्टी में उनकी सक्रियता कुछ कम होने के बाद स्थानीय स्तर पर अन्य खेमों की सक्रियता देखी गई। अब उनकी पुत्र वधू रक्षा भंडारी को महिला मोर्चा में प्रदेशाध्यक्ष एवं सिरोही में जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। माना जा रहा है इस नियुक्ति के बाद जिले की राजनीति में भंडारी परिवार की सक्रियता वापस शुरू हो जाएगी।