करोड़ों के कार्यों की मॉनिटरिंग कर रहे बेलदार व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी

- ठेकेदारों के भरोसे और उनकी मनमर्जी से चल रहे निर्माण कार्य
- सार्वजनिक निर्माण विभाग के पास आबू में केवल एक एईएन
सिरोही. कहने को करोड़ों विकास कार्य चल रहे हैं, लेकिन मॉनिटरिंग करने वाला कोई नहीं। ऐसे में कई बार मॉनिटरिंग का जिम्मा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को ही दे दिया जाता है। नतीजतन, करोड़ों के निर्माण कार्य ठेकेदारों की मनमर्जी पर चल रहे हैं। सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) के आबूरोड खंड में यही स्थिति है। यहां एक्सईएन तो क्या सहायक अभियंताओं के पद भी रिक्त हैं। पूरे खंड में चार पदों के विपरित एक ही सहायक अभियंता कार्यरत है। लिहाजा आबूरोड, पिण्डवाड़ा, माउंट आबू, सरूपगंज समेत पूरे क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यों की समुचित मॉनिटरिंग तक नहीं हो पाती। ऐसे में सारे कार्य ठेकेदारों की मनमर्जी से चल रहे हैं।
बेलदार के जिम्मे 6 करोड़ का कार्य
पिण्डवाड़ा के समीप कोजरा नदी में बन रहे ब्रिज की मॉनिटरिंग चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के जिम्मे है। करीब छह करोड़ के इस कार्य की देखरेख करने वाला कोई तकनीकी अधिकारी नहीं है। ऐसे में विभाग की ओर से बेलदार मादाराम को यहां पदस्थापित किया गया है।
पद रिक्त है इसलिए बेलदार लगाया
इस सम्बंध में खंड के एकमात्र सहायक अभियंता संजीव संचेती बताते हैं कि कोजरा नदी के पुल निर्माण कार्य के लिए पांच करोड़ अस्सी लाख रुपए की स्वीकृति मिली है। कार्य की देखभाल के लिए बेलदार को पदस्थापित कर रखा है। पिण्डवाड़ा में सहायक अभियंता का पद रिक्त चल रहा है।
रोष जता चुके हैं जनप्रतिनिधि
हाल ही में पिण्डवाड़ा पंचायत समिति की बैठक में भी निर्माण विभाग की कार्यशैली को लेकर हंगामा हो चुका है। प्रधान समेत सदस्यों ने बैठक में निर्माण विभाग के किसी भी अधिकारी की गैर मौजूदगी पर रोष जताया था। साथ ही राज्य सरकार को लिखने का प्रस्ताव लिया। बैठक में यह बताया गया कि गत बैठक के दौरान भी यही हाल था एवं इस बार बिंदुओं की जानकारी के लिए विभागीय अधिकारी को बैठक में मौजूद रहने को लेकर अवगत भी कराया गया था।#sirohi. Beldar and class IV employees monitoring the works of crores in pwd
समस्या आ रही है…
आबूरोड खंड में एक्सईएन व एईएन के पद रिक्त चल रहे हैं। तकनीकी अधिकारियों के बगैर मॉनिटरिंग में काफी समस्या आ रही है। इस सम्बंध में उच्च स्तर पर लिखा जा चुका है।
- कपिलकुमार वर्मा, अधीक्षण अभियंता, पीडब्ल्यूडी, सिरोही