गिनती के घरों की आबादी वाला गांव गटक रहा आठ करोड़ की शराब

- ठेके के नाम पर उठ रही शराब आखिर कहां खपाई जा रही
- मैथीपुरा गांव में व्यस्क पुरुष 500 नहीं फिर भी उठ रहा माल
सिरोही. दिहाड़ी मजदूरी व खेतीबाड़ी करने वाले महज गिनती के घरों की आबादी वाला गांव करोड़ों की दारू गटक रहा है। चौंकना लाजिमी पर हकीकत यही है। जनसंख्या के लिहाज से जिस गांव में एक हजार लोगों की आबादी भी न हो और उसमें भी व्यस्क पुरुषों की संख्या पांच सौ से कम हो, वहां सालाना आठ से नौ करोड़ रुपए की शराब बिक रही है। यह खाका गुजरात सीमा से सटे सिरोही जिले के मैथीपुरा (रेवदर) जैसे गांवों का है। यदि एक-एक व्यक्ति को शराब में नहला दिया जाए तब भी इतनी शराब नहीं खप सकती। तो आखिर शराब कहां खपाई जा रही है। इस मामले में जिला आबकारी अधिकारी अजय जैन से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
महकमा खुद भेज रहा करोड़ों का माल
छोटे से गांवों में करोड़ों की शराब खपने का मामला अधिकारियों की नजर में भी है। इन गांवों में आवंटित शराब ठेकों पर करोड़ों रुपए मूल्य की शराब बेचे जाने का टारगेट है। आबकारी महकमे की ओर से बकायदा यहां चल रहे ठेकों पर माल भेजा जा रहा है। अब इन ठेकों से यह माल कहां जाएगा यह ठेकेदार ही जाने।
महकमे की शह पर शराब तस्करी
करोड़ों रुपए गारंटी मूल्य वाले ठेकों पर महकमे से ही शराब आपूर्ति होती है। अब यह माल खपाने की पूरी जिम्मेवारी ठेकेदार की है। बताया जा रहा है कि ठेकेदार अपने पास आने वाले इस माल को अवैध तरीके से गुजरात भेजते हैं। सरकारी माल खपाने के बहाने आबकारी महकमा भी इसे पूरी शह दे रहा है।
मैथीपुरा में करोड़ों की शराब बिक रही है तो कैसे
जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में सांसद लुम्बाराम चौधरी इस मुद्दे पर आबकारी व पुलिस विभाग को निर्देशित कर चुके हैं। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि छोटे से गांव मैथीपुरा में करोड़ों की शराब बिक रही है तो कैसे। इन ठेकों से गुजरात में शराब तस्करी हो रही है, जिसे रोकने के लिए आबकारी व पुलिस महकमे को सख्ती बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने चेताया कि शराब तस्करी में यदि किसी भी अधिकारी की भूमिका नजर आई तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
स्थिति एक नजर में
मैथीपुरा:-
- कुल आबादी 937 (पुरुष 493, बच्चे 179)
- ठेके पर शराब गारंटी- आठ से नौ करोड़ रुपए
जाम्बुड़ी:-
- कुल आबादी 2419 (पुरुष 1230, बच्चे 342)
- ठेके पर शराब गारंटी- चार से साढ़े चार करोड़