
- नियमित बस सेवाओं के बंद होने से ठप हो गया आवागमन
- भाजपाइयों ने रोडवेज बस सेवाओं में सुधार का मांग पत्र सौंपा
सिरोही. शहर में कहने को रोडवेज का केंद्रीय बस स्टैंड है, लेकिन सुविधाएं वेटिलेटर पर है। यहां से न तो बसों का नियमित आवागमन हो रहा है और न यात्रियों को सुविधाएं मिल रही है। सिरोही से नियमित रूप से यात्री भार ढोने वाली कई बसों का संचालन तक बंद हो चुका है। लिहाजा लोग निजी वाहनों से जोखिम भरा सफर करने को मजबूर हो रहे हैं। इस सम्बंध में नई दिल्ली राजस्थान हाउस में भाजपा मंडल अध्यक्ष चिराग रावल समेत अन्य ने उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा से मुलाकात की तथा रोडवेज सेवाओं की बदहाली और जिले की परिवहन सेवाओं में सुधार को लेकर चर्चा की। साथ ही सुविधाओं में सुधार की आवश्यकता जताते हुए मांग पत्र सौंपा। इस दौरान भाजपा नगर मंडल उपाध्यक्ष राजेंद्रसिंह चौहान, जितेंद्र पुरोहित, इंदरसिंह मकवाना, शांतिलाल माली आदि मौँजूद रहे।
मनमर्जी से निर्माण कार्य कर रहा ठेकेदार
मांग पत्र में बताया कि सिरोही जिले की परिवहन सेवाएं पिछले सालों से वेंटिलेटर पर पहुंची हुई है। प्रदेश में बीजेपी की डबल इंजन की सरकार बनने के बाद इस संबंध में धनराशि स्वीकृत की गई, लेकिन ठेकेदार पर प्रशासनिक पकड़ मजबूत नहीं होने से कार्य बेहद धीमी गति से चल रहा है। ऐसी स्थिति में रोडवेज बस स्टैंड में सडक़ का अभाव एवं जर्जर स्थिति बदहाली का कारण बन रही है। आसपास के दुकानदार और यात्री भारी परेशानी झेल रहे हैं। ठेकेदार को पाबंद कर कार्य को जल्द से जल्द पूर्ण कराए जाने की मांग रखी है।
सूरत-कल्याण के लिए बसों की दरकार
ज्ञापन में बताया गया कि सिरोही जिला मुख्यालय से सूरत और कल्याण के लिए दो एक्सप्रेस और दो एसी बस सेवा शुरू करने की दरकार है। जिले से बड़ी तादाद में प्रवासी अहमदाबाद, सूरत एवं कल्याण में निवास करते हैं, लेकिन सूरत के लिए पर्याप्त बस सेवाएं नहीं है। इससे प्रवासियों को मजबूरन निजी बसों से ऊंची दरों पर टिकट खरीद कर यात्रा करनी पड़ती है। सिरोही-सांचौर, सिरोही-जालोर व सिरोही-उदयपुर रूट पर भी बसें बढ़ाने की आवश्यकता जताई।
सिरोही से जालोर व उदयपुर बसें बढ़ाई जाएं
प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि सिरोही व जालोर जिलों का एक ही लोकसभा क्षेत्र होने एवं शिक्षा, रोजगार व आपसी रिश्तेदारी होने से बड़ी तादाद में दोनों जिलों के बीच लोगों की आवाजाही रहती है। अधिकतर अल्प आय वर्ग के लोग हैं जो रोडवेज बस से ही यात्रा करने को प्राथमिकता देते हैं। सिरोही से उदयपुर के लिए बड़ी तादाद में लोग मेडिकल सुविधाओं और शिक्षा के लिए आवाजाही करते हैं। इनकी सविधा के लिए सिरोही से सांचौर सिरोही से जालोर व सिरोही से उदयपुर के बीच नियमित बस सेवाओं की सुविधा और फेरे बढ़ाने का आग्रह किया गया।
आगार के पास नई बसें तक नहीं है
प्रतिनिधि मंडल ने सिरोही व आगूरोड आगार को नई बसें आवंटित करने की भी मांग रखी। बताया कि रोडवेज के नए बेड़े में से 20 बसें सिरोही व आबूरोड आगार को आवंटित की जाएं, ताकि एक्सप्रेस और लोकल बस सेवाओं में बढ़ोतरी हो सके। बसों के नियमित संचालन के लिए बसों की संख्या में बढ़ोतरी करना भी आवश्यक बताया।



