
- सुसाइड नोट को गुप्त रखने से ग्रामीणों में रोष
- जताया जा रहा जमीनी विवाद में आत्महत्या का अंदेशा
जालोर/भीनमाल. सुंधामाता क्षेत्र के एक आश्रम में साधु ने पेड़ से फंदा लगाकर जान दे दी। साधु के आत्महत्या मामले में जमीनी विवाद का अंदेशा जताया जा रहा है। वहीं, पुलिस को सुसाइड नोट भी मिला है, जिसे गुप्त रखा गया है। इससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। लोगों ने इस मामले में स्थानीय विधायक पर आरोप लगाया है। बताया जा रहा है कि विधायक व साधु के बीच कुछ समय से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। इससे परेशान होकर साधु ने आत्महत्या कर ली। ग्रामीणों के रोष को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है। वहीं, ग्रामीणों व साधु-संतों से भी मृतक साधु के अंतिम संस्कार को लेकर समझाइश की जा रही है।#The monk committed suicide by hanging on the noose, the allegations against the bhinmal MLA
उजागर नहीं की सुसाइड में लिखी बातें
जानकारी के अनुसार जसवंतपुरा क्षेत्र स्थित राजपुरा गांव के आश्रम में संत रविनाथ महाराज गुरुवार देर रात फंदे पर झूल गए। सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। बताया जा रहा है कि पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, लेकिन उसमें लिखी बातों को उजागर नहीं किया है। ग्रामीणों का कहना है कि साधु के आत्महत्या का कारण जमीन विवाद है, जो आश्रम के संत व स्थानीय विधायक के बीच चल रहा था।

घंटों तक झूलता रहा साधु का शव
ग्रामीणों व क्षेत्र के साधु-संतों ने इस मामले में आरोपियों पर कार्रवाई किए जाने की मांग रखी। उनका कहना है कि सुसाइड नोट को सार्वजनिक किया जाए। साथ ही उसमें लिखी बातों के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए। इसके बाद ही शव को पेड़ से उतारने पर सहमति दी जाएगी। उधर, साधु का शव कई घंटों से पेड़ झूलता रहा। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी इस सम्बंध में ग्रामीणों से समझाइश करते रहे।
विधायक पर लग रहे ये आरोप
बताया जा रहा है कि आश्रम के पीछे भीनमाल विधायक समेत उनके रिश्तेदारों की जमीन है। उसमें आवाजाही के लिए रास्ता नहीं होने से साधु के आश्रम में से रास्ता लेने को लेकर विवाद चल रहा था। हाल ही में विधायक व संत रविदास के बीच किसी बात को लेकर बहस होना भी बताया जा रहा है। आरोप है कि विधायक की शह पर आश्रम में खाई भी खोदी गई है। इस खुदाई व विवाद के कारण साधु परेशान थे। इसके बाद आत्महत्या का मामला सामने आया है।