
- जावाल पंचायत में लगा रहे अतिरिक्त चार्ज वाले वीडीओ
- पंचायत समिति में ऐसे दो वीडीओ जिनके पास कोई प्रभार नहीं
सिरोही. जावाल को नगर पालिका से ग्राम पंचायत में बदल दिया, लेकिन ग्राम विकास अधिकारी (वीडीओ) के तौर पर अतिरिक्त चार्ज ही दिया गया है। यहां तक कि एक के ज्वाइन नहीं करने पर दूसरे को अतिरिक्त चार्ज थमा दिया गया, लेकिन सम्र्पूण प्रभार वाला वीडीओ नहीं लगाया जा रहा। वैसे पंचायत समिति के पास सम्पूर्ण प्रभार वाले दो वीडीओ पदस्थापित भी हैं, लेकिन अधिकारी इनको नजरंदाज कर रहे हैं। ऐसे में एक सवाल अब भी मुंह बाएं खड़ा है कि आखिर इतनी बड़ी पंचायत होने के बावजूद अधिकारी यहां अतिरिक्त चार्ज वाले वीडीओ ही क्यों लगाना चाह रहे हैं, जबकि पंचायत समिति में दो वीडीओ ऐसे पदस्थापित हैं, जिनके पास एक भी पंचायत का प्रभार नहीं है।
जैला से नहीं आए तो गोयली से लगाया
जावाल में वीडीओ लगाने के मामले में पंचायत समिति सिरोही ने जैला के वीडीओ वीसाराम को आदेश जारी किए। इन्होंने ज्वाइन नहीं किया तो तीन दिन बाद ही गोयली के वीडीओ प्रकाशकुमार को यहां ज्वाइनिंग के आदेश जारी किए।
इनके पास एक भी पंचायत नहीं
गत जनवरी माह में ग्राम विकास अधिकारियों के तबादले किए गए थे। इन सूची में एक ग्राम विकास अधिकारी पूजा मेहरा को पाड़ीव से पंचायत समिति सिरोही में पदस्थापित किया गया था। इन आदेशों से पहले भी अन्य एक ग्राम विकास अधिकारी पंचायत समिति में पदस्थापित है। लिहाजा पंचायत समिति के पास फिलवक्त दो वीडीओ ऐसे कार्यरत हैं, जिनके पास एक भी पंचायत का प्रभार नहीं है।
तीन दिन में बदले अतिरिक्त के भी आदेश
सिरोही पंचायत समिति की ओर से जावाल पंचायत के लिए गत 25 अप्रेल को एक आदेश जारी कर जैला में कार्यरत वीडीओ वीसाराम को अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया। उन्हें आदेश जारी किया गया कि वे जैला के साथ-साथ जावाल पंचायत का कार्य भी समय पर संपादित करेंगे। इन आदेशों के तीन दिन बाद ही 28 अप्रेल को एक संशोधित आदेश जारी किया गया। इसमें लिखा गया कि जैला वीडीओ वीसाराम के स्थान पर गोयली पंचायत के वीडीओ प्रकाशकुमार को जावाल पंचायत का अतिरिक्त कार्यभार दिया जाता है।
आखिर अतिरिक्त कार्यभार में ही दिलचस्पी क्यों
यह भी दिलचस्प ही है कि विकास अधिकारी ने दो दिन पहले ही यह बताया था कि उनके पास रिजर्व के तौर पर भी एक भी वीडीओ नहीं है इसलिए अतिरिक्त कार्यभार देना पड़ रहा है। इस सम्बंध में विकास अधिकारी से जानकारी चाही गई तो सामने आया कि बड़ी पंचायत होने से नए अधिकारी यहां काम नहीं सभाल सकते। इनका कहना सही भी हो सकता है, लेकिन किसी अधिकारी को कार्यभार मिलेगा ही नहीं तो उनके पास कार्य का अनुभव भी कहां से आएगा। वैसे पंचायत समिति में पदस्थापित दोनों वीडीओ कई अन्य पंचायतों का प्रभार देख चुकी हैं। ऐसे में विकास अधिकारी का यह कहना भी समझ से परे ही है।
नए संभाल नहीं पाएंगे…
जैला के वीडीओ ने ज्वाइन नहीं किया था इसलिए गोयली से वीडीओ को अतिरिक्त प्रभार दिया है। जावाल बड़ी पंचायत होने से नए वीडीओ संभाल नहीं जाएंगे इसलिए ऐसा किया गया है।
- मंशाराम, विकास अधिकारी, पंचायत समिति, सिरोही
