आग की लपटों के बीच दो ट्रोलर में फंसी कार, चार दोस्तों की मौत

बिहार-उत्तराखंड में टोल नाकों पर फास्टटैग लगाने का मिला था काम, मृतकों में एसएसबी का जवान भी शामिल
जयपुर. बिहार-उत्तराखंड में हाईवे के टोल नाकों पर फास्टटैग लगाने का काम मिलने से कार में जा रहे युवक सड़क हादसे में काल-कवलित हो गए। जयपुर-दिल्ली एक्सप्रेस हाईवे पर कार दो ट्रोलर के बीच फंस गई। हादसे में दोनों ट्रोलर आग की भेट चढ़ गए तथा कार में सवार चार जनों की मौत हो गई। इनमें से एक सीमा सशस्त्र बल का जवान भी शामिल है। एक जना गंभीर रूप से घायल हो गया, जो अस्पताल में उपचाररत है।
जानकारी के अनुसार बिहार-उत्तराखंड में फास्टटैग लगाने का टेंडर मिलने पर रानोली (सीकर) में बधाला निवासी मोहनलाल दादरवाल पुत्र रिछपालसिंह, बरसिंहपुरा निवासी सुभाषकुमार पुत्र मदनलाल, कासरड़ा निवासी हंसराज पुत्र गोविंदराम व संदीप पुत्र अर्जुनलाल कार में जा रहे थे। आलोदा खाटूश्यामजी निवासी नरेंद्र पुत्र शिवनाथसिंह भी उनके साथ था। वह सीमा सशस्त्र बल में शिमला से ट्रेनिंग के बाद अवकाश पर था एवं ज्वाइनिंग के लिए इनके साथ ही कार में जा रहा था। ये लोग कार में सुबह ही घर से निकल गए थे। जयपुर-दिल्ली हाईवे पर टाइल्स व गेहूं से भरे दो ट्रोलर की आमने-समने टक्कर हो गई। इस दौरान कार ओवरटेक करते हुए इनकी चपेट में आ गई तथा बीच में फंस गई। हादसे के दौरान दोनों ट्रोलर आग की भेंट चढ़ गए। वहीं, कार चकनाचूर हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची तथा लोगों की सहायता से कार में फंसे युवकों को बाहर निकाला। अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने मोहनलाल दादरवाल, सुभाषकुमार, हंसराज व नरेंद्रसिंह को मृत घोषित कर दिया। वहीं, संदीप गंभीर रूप से घायल हो गया।

हाईवे पर बिखरा गेहूं व टाइल्स
उधर, हादसे के बाद दोनों ट्रोलर के चालक फरार हो गए। ट्रोलर में भरा गेहूं व टाइल्स हाईवे पर बिखरे होने से यातायात भी काफी देर तक बाधित रहा। पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद यातायात को दूसरे रास्ते से डाइवर्ट किया। चारों युवकों के शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए गए।#Car caught in two trollers amid flames, four friends killed