
- राज्य मानव अधिकार आयोग अध्यक्ष ने दिए निर्देश, कहा प्रकरणों का निस्तारण समय पर करें
सिरोही. सिरोही में सिलिकोसिस के पीडि़तों की संख्या ज्यादा है। इनको समय पर मुआवजा मिल सके तथा शिकायतों का निपटारा समय पर हो सके इसके लिए राज्य मानव अधिकार आयोग भी गंभीर है। आयोग अध्यक्ष जस्टिस गोपालकृष्ण व्यास इस सम्बंध में सिरोही पहुंचे तथा सर्किट हाऊस में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने जिले में सिलिकोसिस बीमारी से ग्रसित मरीजों की संख्या की अधिकता को देखते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए। कहा कि वे इस संदर्भ में सतत मॉनिटरिंग कर यह सुनिश्चित करें कि सिलिकोसिस से पीडित कोई भी मुआवजे से वंचित न रहे। इस दौरान पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता, सीएमएचओ डॉ.राजेशकुमार समेत जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।#State Human Rights Commission Chairman Justice Gopalkrishna Vyas gave instructions
इसलिए सिरोही आए आयोग अध्यक्ष
आयोग अध्यक्ष ने बताया कि सिरोही आने का उनका मुख्य उद्देश्य यही है। सिरोही जिले में सिलिकोसिस बीमारी से पीडि़त मरीज जिनकी शिकायत आयोग के समक्ष विचाराधीन है उन्हें समय पर मुआवजा मिला या नहीं या कितने प्रकरण पेंडिंग है इसकी जानकारी प्राप्त करनी है।#Silicosis disease in Sirohi district
जिले में 3225 सिलिकोसिस के प्रकरण
बैठक में जिला कलक्टर डॉ भंवरलाल ने बताया कि जिले में सिलिकोसिस बीमारी के तीन हजार दो सौ पच्चीस प्रकरण प्रमाणितकृत है। वर्तमान में चिकित्सा विभाग ने स्क्रीनिंग के लिए कोई प्रकरण लम्बित नहीं है। मेडिकल बोर्ड के स्तर पर 37 प्रकरण लम्बित है, जिनका निस्तारण किया जा रहा है। एडीएम कालूराम खौड़ ने मानवाधिकार आयोग के प्रकरणों की वस्तुस्थिति पर जानकारी दी। साथ ही सिलिकोसिस नीति के क्रियान्वयन के लिए इकाइयों के सर्वे की प्रगति से अवगत करवाया।
लम्बित प्रकरणों के प्रत्युत्तर भेजने के निर्देश
बैठक में आयोग अध्यक्ष ने पुलिस, चिकित्सा एवं श्रम विभाग के लम्बित प्रकरणों के प्रति उत्तर शीघ्र ही आयोग को भिजवाने के निर्देश दिए। आयोग अध्यक्ष जस्टिस गोपाल कृष्ण व्यास ने पालड़ी एम पुलिस थाने का भी निरीक्षण किया तथा निर्देश दिए। उन्होंने सिलिकोसिस से पीडि़तों को मुआवजा दिलवाने एवं पोर्टल के माध्यम से प्राप्त शिकायतों के त्वरित निस्तारण के लिए जिला कलक्टर के कार्य की सराहना की।
आयोग अध्यक्ष ने नवजात का नाम रखा गोपाल
आयोग अध्यक्ष ने जिला अस्पताल का जायजा लिया। सफाई व्यवस्था तथा चिरंजीवी बीमा योजना की क्रियान्विति पर जानकारी ली। अस्पताल में वार्डों का निरीक्षण किया तथा एक्सरे मशीन, सोनाग्राफी आदि जांचों के बारे में जानकारी प्राप्त की। नवजात बच्चों के वार्ड का निरीक्षण करते समय पता चला कि एक दिन पहले ही कोई अस्पताल के पालने में एक शिशु को छोड़कर गया है। उस बच्चे को देखकर आयोग अध्यक्ष ने कहा इसका नाम गोपाल रखना।