
- नदी में बह गए थे दो युवक, एक का कुछ पता नहीं चला
- नाव पलटने से रेस्क्यू टीम के चार जने भी नदी में फंसे रहे
सिरोही/आबूरोड. सरूपगंज (SAWRUPGANJ) के समीप काछोली नदी में दो जनों के बह जाने की सूचना पर रेस्क्यू करने पहुंची टीम की नाव पलट गई। हादसे में टीम के चार सदस्य भी नदी में फंस गए। इनको बाहर निकालने भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाना पड़ा। टीम के चार सदस्यों समेत नदी में बहे एक जने को सुरक्षित रूप से बाहर निकाल लिया गया। एक युवक का कहीं पता नहीं चल पाया। नदी में फंसे ये लोग एक पत्थर व झाडिय़ों के सहारे बचे रहे थे।#The sdrf team, which went to rescue the people who were washed away in the river, had to be rescued.
हाथ पकड़ कर नदी पार कर रहे थे
जानकारी के अनुसार काछोली निवासी प्रतापसिंह व नागपुरा हाल पंचदेवल निवासी भुवनेश गरासिया हाथ पकड़कर नदी पार कर रहे थे। इस दौरान प्रतापसिंह का संतुलन बिगड़ गया तथा पानी में बह गया। साथ चल रहा भुवनेश गरासिया भी बहने लगा, लेकिन कुछ आगे जाकर पत्थर के सहारे बच गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची तथा बचाव कार्य शुरू किया।#SIROHI_ABUROAD
नाव पलटने पर एसडीआरएफ की टीम बहने लगी
सूचना पर एसडीआरएफ (SDRF) की टीम नाव लेकर पहुंची। करीब ढाई घंटे तक चले राहत कार्य के दौरान टीम की नाव एक पत्थर से टकरा कर पलट गई। ऐसे में नाव में सवार चार जवान भी नदी में फंस गए। इनमें से तीन जवानों ने चट्टान का एवं एक जवान ने कंटीली झाडिय़ों का सहारा लिया। इनको बचाने के काफी प्रयास किए गए, लेकिन काफी देर तक परिणाम नहीं मिला। बाद में माउंट आबू से आए सेना के जवानों ने इन सभी का रेस्क्यू किया।
सेना के जवानों ने सुरक्षित निकाला, एक नहीं मिला
उधर, इस हादसे की सूचना मिलते ही जिला कलक्टर डॉ भंवरलाल चौधरी (IAS BHANWARLAL) व पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता (IPS MAMTA GUPTA) मौके पर पहुंचे। माउंट आबू से सेना की टीम को बुलाया गया। अलसुबह करीब 3.30 बजे सेना के जवानों ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। जवानों ने एसडीआरएफ के चारों सदस्यों एवं भुवनेश गरासिया को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। वहीं, प्रतापसिंह की तलाश जारी रही।
मौके पर मुस्तैद रहे अधिकारी
रेस्क्यू के दौरान पिंडवाड़ा एसडीएम हसमुखकुमार, पुलिस उप अधीक्षक जेठूसिंह करणोत, तहसीलदार मादाराम मीणा, थानाधिकारी हरिसिंह राजपुरोहित, पटवारी कालूराम समेत कई अधिकारी मौके पर मुस्तैद रहे। पंचदेवल सरपंच विपेश गरासिया, काछोली सरपंच कालूसिंह देवड़ा, पूर्व सरपंच कन्हैयालाल अग्रवाल, ताराराम जणवा, उप सरपंच रामलाल, धनाराम, अर्जुन पुरोहित, जगेसिंह आदि भी पुलिस-प्रशासन के सहयोगी बने रहे।