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नौ दिन चलेगी शक्ति साधना, सुबह से दोपहर तक रहेंगे घट स्थापना के मुहूत्र्त

घरों व मंदिरों में होगी घट स्थापना, साधक करेंगे मां के विभिन्न स्वरूपों की आराधना एवं पूजा-अर्चना

सिरोही. शारदीय नवरात्र Shardiya Navratri 2021 गुरुवार से शुरू होंगे। शक्ति साधकों में पर्व को लेकर उत्साह बना हुआ है। वहीं, शक्ति मंदिरों में आकर्षक सजावट हो चुकी है। घरों व मंदिरों में घट स्थापना की जाएगी। साथ ही नौ दिन तक मां के विभिन्न स्वरूपों की आराधना एवं पूजा-अर्चना होगी।

इस बार घट स्थापना के दिन चित्रा नक्षत्र जैसे शुभ योगों का निर्माण हो रहा है। इस दिन कन्या राशि में चर्तुग्रही योग का शुभ संयोग बन रहा है। घट स्थापना मुहूर्त 7 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 17 मिनट से 7 बजकर 7 मिनट तक और अभिजीत मुहूर्त 11 बजकर 51 मिनट से दोपहर 12 बजकर 38 मिनट के बीच रहेगा। जो लोग इस शुभ योग में कलश स्थापना न कर पाए, वे दोपहर 12 बजकर 14 मिनट से दोपहर 3 बजकर 9 मिनट तक लाभ व अमृत के चौघडिया में कलश-पूजन कर सकते हैं।

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इस तरह करे पूजा
घट स्थापना के दिन सुबह जल्दी स्नान आदि कर पूजा के स्थान पर गंगाजल डाले व शुद्धि कर लें। घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें। मां दुर्गा का गंगा जल से अभिषेक करें। फिर मां को अक्षत, सिन्दूर और लाल पुष्प अर्पित करें, प्रसाद के रूप में फल और मिठाई चढ़ाए। धूप और दीपक जलाकर दुर्गा चालीसा का पाठ करें और फिर मां की आरती करें। मां को भोग भी लगाएं। इसमें इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का ही भोग लगाया जाता है।

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इसलिए शारदीय नवरात्र कहते हैं
प्रतिवर्ष आश्विन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शारदीय नवरात्र की शुरुआत होती है। इस बार इनकी शुरुआत 7 अक्टूबर से हो रही है। इस दिन से लेकर पूरे नौ दिनों तक मां दुर्गा के अलग-अलग नौ शक्ति स्वरूपों की पूजा की जाएगी। वैसे वर्ष में चार बार पौष, चैत्र, आषाढ़ और अश्विन माह में नवरात्र आते हैं। चैत्र और आश्विन में आने वाले नवरात्र प्रमुख होते हैं, जबकि अन्य दो महीने पौष और आषाढ़ में आने वाले नवरात्र गुप्त नवरात्र के रूप में मनाये जाते हैं। आश्विन माह से शरद ऋतु की शुरुआत होने लगती है इसलिए आश्विन माह के इन नवरात्र को शारदीय नवरात्र के नाम से जाना जाता है। ये नौ दिवसीय शारदीय नवरात्र 7 अक्टूबर से शुरू होकर 14 अक्टूबर तक चलेंगे।

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