भाखर में मिलना था सोलर का सौभाग्य, बंट रहा दुर्भाग्य!

- उजाला करने वाली बैटरियों में लगातार विस्फोट की घटनाएं, कई आदिवासी हुए बेघर, नहीं मिल रही सरकारी सहायता
आबूरोड (सिरोही). सौभाग्य योजना के तहत घरों में उजाला करने की योजना दुर्भाग्य ला रही है। आदिवासी इलाके में इस योजना के तहत लगाई गई कई सोलर बैटरियों में विस्फोट हो चुका है। दिवाली के दिन ही एक आदिवासी बेघर हो गया। झोपड़े में लगी बैटरी विस्फोट से फट गई। इससे लगी आग में उसका आशियाना जल गया। साथ ही घरेलू सामान भी खाक हो गया। बताया जा रहा है कि भाखर क्षेत्र में अब तक करीब 40 घरों में लगी बैटरियों में विस्फोट हो चुका है, लेकिन सरकारी तौर पर अभी तक किसी को भी न तो सहायता मिली है और न पुनर्वास हो पाया है।
जानकारी के अनुसार दोयतरा ग्राम पंचायत के गोयली खेतरफली में मूंगलाराम पुत्र सामीराराम गमेती के घर में लगी सोलर बैटरी धमाके के साथ फट गई। हादसे में काफी सामान जल गया। धमाके कारण लोगों ने पटाखे की आवाज समझी, लेकिन झोपड़ी से आग की लपटें देख कर सकते में आ गए। इसके बाद लोगों ने सामूहिक रूप से प्रयास कर आग बुझाई। हादसे में घर में रखा मक्का, गेहूं, अन्य अनाज, बर्तन, बिस्तर, जेवरात, नकदी आदि खाक हो गए। सूचना मिलने पर सरपंच हसियाराम भी मौके पहुंचे तथा पीडि़त परिवार को मदद का भरोसा दिलाया।
लगातार हो रहा नुकसान
बताया जा रहा है इससे पहले भाखर क्षेत्र में 38 जगहों पर बैटरियां फट चुकी है। मीन तलेटी पंचायत की थला फली में छह माह पहले हुए विस्फोट के बाद से लगातार बैटरियां फट रही है। इसी तरह रणोरा गांव में भी एक परिवार बेघर हो गया था।