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मंदसौर से चल रहा था अवैध शराब का अंतरराज्यीय गिरोह, 21 लोग गिरफ्तार, 6 लोगों की हुई थी मौत

मनीष पुरोहित/मंदसौर: मंदसौर जिले में जहरीली शराब से लोगों की मौत मामले में पुलिस ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने मामले में 21 लोगों को गिरफ्तार किया है. जबकि लाखों के केमिकल और नकली शराब बनाने के उपकरण भी पुलिस ने जब्त किए हैं. गौरतलब है कि इस मामले की जांच के लिए बनाई गई एसआईटी भी अपनी जांच रिपोर्ट शनिवार को मध्यप्रदेश शासन को सौप चुकी है. सूत्रों के अनुसार इसमें स्थानीय आबकारी अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों की भी जिम्मेदारी तय की गई है. 

एसपी ने दी मामले की जानकारी 
मंगलवार को शाम के वक्त मंदसौर जिले के एसपी सिद्धार्थ चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि अब तक की की गई कार्रवाई में कुल 21 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, उनके पास से केमिकल, शराब बनाने में प्रयुक्त होने वाले उपकरण खाली बोतलें ढक्कन और लेबल जब्त किए गए हैं. एसपी के मुताबिक अवैध शराब के कारोबार का यह अंतरराज्यीय गिरोह था, जिसका नेटवर्क प्रदेश के कई जिलों में फैला था.

एसपी ने बताया कि मामले में जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनसे पूछताछ चल रही है. फिलहाल मामले की जांच जारी है. एसपी ने बताया कि जिले में कहा-कहा अवैध शराब सप्लाई होती थी इन सभी की जानकारी जुटाई जा रही है.  

जहरीली शराब पीने से हुई थी 6 लोगों की मौत 
दरअसल, मंदसौर जिले में बीते दिनों जहरीली शराब पीने से 6 लोगों की मौत हो गई थी. मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार ने घटना के सभी पहलुओं की जांच के लिये मध्य प्रदेश गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा की अध्यक्षता में मंगलवार को तीन सदस्यीय विशेष जांच दल गठित की है. मंदसौर जिले के पिपलियामंडी पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक ओपी तंतवार ने बताया था कि शराब पीने से बीमार हुए तीन लोगों की इलाज के दौरान मौत हुई है. जिन्होंने पिपलियामंडी के पास  एक ढाबे से शराब खरीदी थी. इसके अलावा तीन और लोगों की मौत हुई थी. 

सीएम शिवराज ने दिए थे कार्रवाई के निर्देश 
मंदसौर जिले में अवैध शराब का मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में अवैध शराब की रोकथाम के संबंध में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि जहरीली शराब से मौत, हत्या से कम नहीं है. जहरीली शराब बनाने और बेचने को संगीन अपराध की श्रेणी में रखा जाए और कठोरतम दंड की व्यवस्था की जाए. जबकि मंदसौर मामले में सीएम ने उचित कार्रवाई के निर्देश दिए थे. सीएम ने कहा कि मंदसौर के खखराई गांव में हुई घटना के दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाए. अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा संपूर्ण प्रकरण की जांच कर तत्काल रिपोर्ट प्रस्तुत करें. मुख्यमंत्री ने अवैध शराब के उत्पादन और व्यापार पर नियंत्रण के उपायों पर कार्य-योजना बनाने के निर्देश भी दिए है.

वहीं मंदसौर जिले के कलेक्टर ने खाखराई गांव में नकली शराब पीने से तक छह लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में आबकारी विभाग के एक उप निरीक्षक को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है. 

ये भी पढ़ेंः इंदौर को वैक्सीनेशन में मिली बड़ी उपलब्धि, लर्निंग एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत के देश के पांच शहरों में शामिल 

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