- पेयजल समस्या के निवारण की दिशा में काम करने की जरूरत
- जिला परिषद सदस्य ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष से रखी मांग
सिरोही. सिरोही जिले का जलसंकट दूर की दिशा में ठोस कार्य किए जाने की जरूरत है। इसके लिए सिरोही को बत्तीसा बांध व माही बांध के पानी की दरकार है। यह पानी मिल जाए तो सिरोही की पेयजल समस्या का निवारण हो सकता है। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं जिला परिषद सदस्य लुम्बाराम चौधरी ने इस सम्बंध में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया को ज्ञापन दिया है।
इसमें बताया कि सूखा प्रभावित एवं पानी की भयंकर समस्या से हमेशा ग्रसित रहने वाले सिरोही क्षेत्र के लिए माही बांध का पानी लाने की दरकार है। सिरोही जिले के लिए कडाणा बांध पर गुजरात-सरकार की ओर से निर्मित सुजलाम सुफलाम नहर से पूर्व में संपन्न समझौते के तहत अपने हक का पानी (माही बांध) पेयजल एवं सिंचाई के लिए सिरोही क्षेत्र को उपलब्ध करवाने से पेयजल समस्या दूर होगी।
बत्तीसा से पानी पहुंचाने का आग्रह
उन्होंने ज्ञापन में बताया कि बत्तीसा बांध का निर्माण करवाने की स्वीकृति के समय हमारी मांग थी कि बत्तीसा का सारा पानी बहकर गुजरात जा रहा है, जिसपर बांध बनाकर ऊंचाई सौ फीट रखने एवं 50 फीट से ऊपर का पानी बरसात के दिनों में पाइप के जरिए धांता नदी की रपट पर लाया जाए। यहां से दो पाइप वास्तानजी नदी में डालने की मांग रखी गई थी। इससे धांता बांध से अणगौर व पाड़ीव बांध में सीधा पानी पहुंच सकेगा। पाड़ीव बांध व ओड़ा बांध तक सीधा पानी बिना खर्च के पहुंच सकेगा।
तत्काल कार्य किए जाने की दरकार
अणगौर बांध का ओवरफ्लो जावाल नदी में जाने से किसानों के कुओं में पानी की समस्या हल होगी। वहीं, सिरोही शहर के लिए अणगौर व धांता बांध पेयजल के मुख्य स्रोत है। बताया कि बत्तीसा बांध का कार्य चालू है पर उपयुक्त योजना के अनुसार शेष कार्य पानी लाने का पूर्व के सर्वे के अनुसार कार्यवाही कर सम्बंधित अधिकारियों व सरकार को भेजकर कार्य तत्काल शुरू करवाने का अनुरोध है। इससे बांध के ओवरफ्लो का पानी गुजरात जाने से रोका जा सकेगा और सिरोही जिले की पानी की समस्याओं को कुछ हद तक हल किया जा सकेगा।#Water crisis will end: Sirohi needs water from Battisa and Mahi