लाइसेंस की दलाली में फंसा डीटीओ, दो दलाल भी दबोचे
- जिला परिवहन अधिकारी व दो दलाल गिरफ्तार
- यातायात सलाहकार से ली जा रही थी रिश्वत
राजसमंद. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने राजसमंद (RAJSAMAND) में कार्रवाई करते हुए जिला परिवहन अधिकारी (DTO) व उसके दो दलालों को रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। डीटीओ व उसके दलाल यातायात सलाहकार से पचास हजार रुपए की रिश्वत ले रहे थे। यह राशि वाहन चालकों के लाइसेंस बनवाने की एवज में ली जा रही थी। पिछले कुछ समय से प्रति लाइसेंस जो रिश्वत तय कर रखी थी उसमें अब बढ़ोतरी की गई है। गत दो माह की बकाया राशि नहीं देने से लाइसेंस जारी करने का काम रोक दिया था। इस पर यातायात सलाहकार ने एसीबी में परिवाद दिया। टीम ने सत्यापन के बाद ट्रेप कार्रवाई को अंजाम दिया। इस दौरान जिला परिवहन अधिकारी नैनसिंह सोढ़ा तथा उसके दो दलाल वजहाराम व तरूणकुमार को रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।
दो माह का बकाया 2.61 लाख कमीशन मांगा
एसीबी के महानिदेशक बीएल सोनी ने बताया कि एसीबी की राजसमंद टीम को परिवादी ने शिकायत पेश की थी। इसमें बताया था कि वह यातायात सलाहकार का कार्य करता है। उसकी ओर से भेजे गए लाइसेंस बनाने की एवज में जिला परिवहन अधिकारी नैनसिंह सोढ़ा की ओर से प्रति लाइसेंस ग्यारह सौ पचास रुपए लिए जा रहे हैं। अब फरवरी माह से यह राशि बढ़ाकर एक हजार साढ़े सात सौ रुपए कर दी गई है। बढ़ोतरी के बाद से बकाया कमीशन की राशि 2 लाख 61 हजार रुपए दलाल वजहराम गुर्जर के माध्यम से मांगी जा रही है।
पचास हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किए
एसीबी अधिकारी बताते हैं कि एसीबी राजसमंद टीम ने शिकायत का सत्यापन कर ट्रेप कार्रवाई को अंजाम दिया। दलाल वजहराम गुर्जर को परिवादी से 50 हजार रुपए की रिश्वत राशि लेते गिरफ्तार किया गया। वहीं, इस मामले में संलिप्तता पाए जाने पर जिला परिवहन अधिकारी नैनसिंह सोढ़ा सहित एक अन्य दलाल तरूणकुमार को भी गिरफ्तार किया गया। आरोपियों से पूछताछ के बाद एसीबी की टीम ने जिला परिवहन अधिकारी के राजसमंद एवं जयपुर स्थित आवास समेत अन्य ठिकानों पर तलाशी अभियान शुरू किया।
यह है लेन-देन का गणित
परिवादी से मिली शिकायत के आधार पर सामने आया कि जिला परिवहन कार्यालय में लेन-देन का कितना बड़ा खेल चल रहा है। यहां प्रति लाइसेंस एक हजार 150 रुपए लिए जा रहे थे। इसमें से डीटीओ के 500 रुपए, यातायात निरीक्षक आनंदसिंह के नाम 500 रुपए व सम्बंधित लिपिक मुकेशकुमार के 150 रुपए निर्धारित थे। अब इस राशि को बढ़ाकर एक हजार साढ़े सात सौ रुपए कर दिया गया।#rajsamand_dto_arrested_with_two_brokers_with_a_bribe_of_50_thousand_rupees