- संवेदनशून्य दिख रहा सरकारी सिस्टम, तय नहीं की किसी अधिकारी की जिम्मेदारी
- संविदा कार्मिकों की सेवाएं समाप्त कर क्या संदेश देना चाह रहा प्रशासन
सिरोही. शीर्षक पढ़कर हैरत में होंगे, लेकिन सच सही है। रात को वार्ड में मां के पास सो रहे नवजात को कुतों ने नोंच खाया। सिस्टम की बेपरवाही तो इतनी तो जिम्मेदारी से बचने के लिए केवल जांच की बात कही जा रही है। एक मां के कलेजे से चिपका नवजात रात में कुत्ते कब उठा ले गए, किसी को पता नहीं। हल्ला होने पर प्रशासनिक स्तर पर सुबह तीन कार्मिक नर्सिंग ऑफिसर, गार्ड व वार्ड बॉय पर गाज जरूर गिर गई, लेकिन अस्पताल के किसी अधिकारी की जिम्मेदारी तय नहीं की गई। तो क्या संविदा पर तैनात कार्मिकों की सेवाएं समाप्त कर इस मामले का पटाक्षेप कर दिया गया।#Sirohi. Dogs scratched the newborn sleeping near the mother in the district hospital
सामने आ चुका है युवती से छेड़छाड़ का मामला
मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध इस जिला अस्पताल परिसर में कुछ दिनों पहले एक चिकित्सक के आवास में युवती को बुलाने व छेड़छाड़ का मामला भी प्रकाश में आ चुका है। महिलाओं की अस्मत व नवजात की जान जाने के मामलों पर सख्त कार्रवाई नहीं हो रही, लिहाजा बेपरवाही सिर चढ़कर बोल रही है।
मां के पास से नवजात को उठा ले गए कुत्ते
अस्पताल के टीबी वार्ड में पिण्डवाड़ा क्षेत्र निवासी मरीज महेंद्र मीणा भर्ती है। सोमवार रात उसकी पत्नी रेखा अपने तीन बच्चों के साथ फर्श पर सो रही थी। इनमें से एक महीनेभर का शिशु भी था। रात को जब मां की आंख खुली तो नवजात गायब मिला। तलाश करने पर अस्पताल परिसर में कुत्तों का झुंड नजर आया, जो नवजात को नोंच रहे थे। शोरगुल सुनकर अन्य लोग भी आए तथा किसी तरह कुत्तों को भगाया। नवजात की मौत हो चुकी थी।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया धरना-प्रदर्शन
उधर, यह पूरा मामला राजनीतिक हल्कों में भी गर्माया रहा। भाजपा कार्यकर्ताओं ने धरना-प्रदर्शन किया तथा मामले में अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। साथ ही अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने एवं दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग रखी। भाजपा नगर अध्यक्ष लोकेश खंडेलवाल ने बताया कि परिवार को मुआवजा और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गई। पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि अस्पताल में कोई सुविधा नहीं है। स्थानीय विधायक अस्पतालों को बदलने का दावा करते हैं, लेकिन यहां कुत्ते नवजात की हत्या कर रहे हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं ने अस्पताल व जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। भाजपा जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने एकत्र होकर जिला कलेक्ट्रेट में एडीएम को ज्ञापन देकर मासूम को मौत के घाट उतारने की घटना की जांच, दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई एवं पीड़ित परिवार को अविलंब मुआवजा व सरकारी नौकरी देने की मांग रखी। इस दौरान पूर्व जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चौधरी, नारायण देवासी, नगर परिषद में नेता प्रतिपक्ष मगनलाल मीणा, बाबूसिंह मांकरोड़ा, मांगूसिंह समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
विधानसभा में उठा मामला
उधर, स्थानीय विधायक संयम लोढ़ा ने इस मामले को विधानसभा में उठाया। साथ ही चिकित्सा मंत्री परसादीलाल मीणा से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग रखी। रेवदर विधायक जगसीराम कोली ने भी इस मुददे को उठाया तथा पीडि़त परिवार को मुआवजा एवं नौकरी दिए जाने की बात कही।
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