- ध्वजारोहण के बाद होगी महाआरती, श्रद्धालुओं में उल्लास
- वार्षिकोत्सव की तैयारियों में जुटा नामदेव छीपा समाज
सिरोही. सिरोही की आराध्य मातर माता मंदिर मेले की तैयारियां जोरों पर है। इस दौरान मंदिर में कई धार्मिक आयोजन होंगे। ध्वजारोहण के बाद महाआरती की जाएगी। तैयारियों को लेकर नामदेव छीपा समाज के लोगों ने बैठक आयोजित कर कार्यकारिणी गठित की। इसमें समाज के वरिष्ठ भूरमल परमार, तुलसीराम परिहार, भंवरलाल चौहान, जवानमल सोलंकी, वनाराम, जोगेश परारिया, बालूराम, हिम्मत सोलंकी, प्रकाश परारिया, अशोक, कैलाश नामा, प्रवीण परमार, महेंद्र चौहान, दलपतराज, गोविंद छीपा आदि मौजूद रहे।
कार्यकर्ताओं को सौंपा दायित्व
नामदेव छीपा समाज सिरोही के मेला संचालक भरत डी छीपा ने बताया कि बैठक नामदेव वि_ल मातर माता गोगाजी मंदिर प्रांगण में हुई। इसमें आगामी मातर माता मंदिर मेले को लेकर चर्चा की गई। कार्यकारिणी का विस्तार किया। साथ ही मेले को लेकर कार्यकर्ताओं को कार्यभार सौंपा। मेले की रूपरेखा तैयार की गई।
छीपाओली से पहाड़ी पर ले जाएंगे ध्वजा
अध्यक्ष ने बताया कि मेले के दिन माता के जन्म स्थान छीपाओली से सुबह आठ बजे गाजे बाजे के साथ ध्वजा रवाना होगी। मंदिर में ध्वजारोहण के बाद महाआरती की जाएगी। पहाड़ी पर मेला सजेगा। शहर से रवाना होने वालीा ध्वजा के साथ कई श्रद्धालु भी पहाड़ी स्थित मंदिर जाएंगे। इसे लेकर उल्लास बना हुआ है।
सिरोही के छीपाओली में माता का जन्मस्थल
नामदेव छीपा समाज के प्रबुद्ध बताते हैं कि मातरमाता का जन्म स्थल सिरोही के छीपाओली में है। नामदेव छीपा समाज कुल में जन्मी मातार माता का वार्षिक मेला नामदेव छीपा मातर माता सेवा संस्था के तत्वावधान में आयोजित किया जाएगा। सिरणवा पहाड़ी स्थित मंदिर में मेला सजेगा। मेला चैत्र वदी चौदस (गुरुवार) 31 मार्च को निर्धारित किया गया है। इस वर्ष यह 816वां मेला रहेगा। मातार माता के बचपन का नाम मोनीदेवी था। इनके पिता प्रेमाजी छीपा थे, जो अर्बुदा माता (माउंट आबू) के अनन्य भक्त थे। उनकी भक्ति भावना के कारण अर्बुदा देवी ने उनके घर जन्म लिया था।#sirohi.matarmata fair will be decorated on sirnawa hill