झांसी: उत्तर प्रदेश में जल्द ही एक और रेलवे स्टेशन का नाम बदला जा सकता है. सूबे की योगी आदित्यनाथ सरकार झांसी रेलवे स्टेशन का नाम बदल कर ‘वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन’ करने का प्रस्ताव केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजा है. गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में झांसी-ललितपुर संसदीय सीट से भाजपा भाजपा सांसद अनुराग शर्मा के एक प्रश्न के जवाब में यह लिखित उत्तर दिया.
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सांसद ने प्रश्न किया था कि क्या केंद्र सरकार को झांसी के रेलवे स्टेशन का नाम बदलने का कोई प्रस्ताव मिला है? इस पर गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लिखित उत्तर में कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने झांसी रेलवे स्टेशन का नाम बदल कर वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन करने का प्रस्ताव भेजा है. स्थापित प्रक्रिया के अनुसार संबंधित एजेंसियों से उनकी टिप्पणियां आमंत्रित की गईं हैं, जिनके प्राप्त होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन, मंडुवाडीह स्टेशन का नाम बनारस रेलवे स्टेशन किया जा चुका है. इसी तरह इलाहाबाद शहर का नाम बदलकर प्रयागराज और फैजाबाद का नाम अयोध्या किया जा चुका है. उत्तर प्रदेश एवं मध्यप्रदेश की सीमा पर बसा झांसी उत्तर भारत में पुणे के पेशवाओं की एक महत्वपूर्ण रियासत और 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का बड़ा गढ़ रहा है.
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वीरांगना लक्ष्मी बाई झांसी रियासत की रानी थीं. महारानी लक्ष्मीबाई ने अंग्रेजों की फौज को नाकों चने चबवा दिए थे. वह अंग्रेजों की सेना से लड़ते हुए ग्वालियर में 18 जून 1858 को वीरगति को प्राप्त हुईं थीं. बुंदेलखंड का यह शहर एक बड़ी सैन्य छावनी और रेलवे का बहुत महत्वपूर्ण केन्द्र है. झांसी रेलवे स्टेशन का नामकरण वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई के नाम पर करने की मांग काफी पहले से होती रही है.
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