सिरोहीpoliticsrajasthansirohiराजनीतिराजस्थान

नम्बर किसके आगे बढ़ाते, वे नहीं आए तो ये भी नदारद

  • जिला विकास प्रदर्शनी के आगाज पर जनप्रतिनिधि गैर हाजिर
  • जिला प्रभारी मंत्री से लेकर प्रमुख व प्रधान तक नहीं दिखे

सिरोही . राजकीय महाविद्यालय के विज्ञान भवन में मंगलवार को जिला विकास प्रदर्शनी का आगाज किया गया। राज्य सरकार के दो वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के उपलक्ष्य में शुरू की गई इस प्रदर्शनी के आगाज पर न तो कोई विधायक दिखा और न सांसद। यहां तक कि मंत्री व सांसद के साथ रहकर अपने नम्बर बढ़ाने वाले संगठन के पदाधिकारी भी नदारद थे। जिला प्रमुख व प्रधान तक मौजूद नहीं थे। जिलाध्यक्ष, महामंत्री व संगठन के अन्य पदाधिकारी भी आमतौर पर फोटो सेशन से लेकर मंच साझा करने तक एमपी-एमएलए के साथ ही खड़े मिलते हैं, लेकिन विकास प्रदर्शनी के आगाज पर एक भी मौजूद नहीं था। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत प्रदर्शनी का आगाज जिला प्रभारी मंत्री को करना था, लेकिन वे नहीं आए। प्रभारी मंत्री की गैर मौजूदगी तो रही ही भाजपा से जुड़े स्थानीय जनप्रतिनिधि तक नहीं आए।

इस तरह का शायद पहला मौका है
सरकारी कार्यक्रमों में संगठन के पदाधिकारी भी लगभग हर समय मौजूद रहते हैं। लेकिन, यह शायद पहला मौका होगा, जिसमें संगठन के पदाधिकारी गैर हाजिर रहे। यहां तक कि एक साथ सभी जनप्रतिनिधियों आखिर इस प्रदर्शनी के आगाज पर क्यों नहीं आए यह विचारणीय बिंदू है। आमतौर पर लगभग सभी कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधि तो क्या भाजपा से जुड़े लोगों की भी बराबर भागीदारी रहती है।

जिला कलक्टर को फीता काटना पड़ा
जिला कलक्टर अल्पा चौधरी ने जिला विकास प्रदर्शनी का फीता काटकर आगाज किया। उन्होंने अधिकारियों को इस प्रदर्शनी के माध्यम से विभागीय योजनाओं के अधिकतम प्रचार के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने एक-एक पैनल का बारीकी से अवलोकन किया। चित्रों के माध्यम से दर्शाई गई विकास यात्रा की सराहना की। उन्होंने युवाओं व नागरिकों से प्रदर्शनी का लाभ उठाने का आग्रह किया। एडीएम राजेश गोयल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाशचंद्र अग्रवाल, पीआरओ धीरजकुमार दवे, वाटरशेड एसई संजयकुमार दवे समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।

कुछ बात तो है जो प्रदर्शनी से इतर रहे
आमतौर पर फोटो सेशन से लेकर मंच साझा करने तक एमपी-एमएलए के साथ खड़े मिलते पदाधिकारी तक विकास प्रदर्शनी के आगाज पर मौजूद नहीं थे। सवाल यह कि क्या इतना भी विकास नहीं हुआ कि आप जनता को दिखा सके। अथवा यह कि सब कुछ केवल कागजों में ही चल रहा है। खैर, कुछ बात तो है जो ये विकास प्रदर्शनी से इतर रहे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button