
- स्कूलों से गुजर रही बिजली लाइन बढ़ा रही है खतरा
- अभी जालोर-सिरोही के तीन सौ स्कूलों में बिजली तक नहीं
सिरोही/जालोर. स्कूलों से गुजर रही बिजली की हाईटेंशन लाइन बच्चों के लिए टेंशन बढ़ा रही है। हर पल जान का जोखिम बना रहने से अभिभावक भी चिंतित हैं। अब इस समस्या से निजात मिलने की उम्मीद है। सिरोही-जालोर जिलों में जिल स्कूलों के परिसर से बिजली लाइन गुजर रही है उसे शिफ्ट करवाया जाएगा। इसके लिए सांसद देवजी पटेल ने सांसद मद से राशि जारी करने की अनुशंसा की है। अभी जालोर-सिरोही के 289 स्कूलों में बिजली तक नहीं है। इन विद्यालयों का विद्युतीकरण भी करवाया जाएगा। इन कार्यों के लिए करीब पौने चार करोड़ रुपए की अनुशंसा जारी की गई है।
3 करोड़ 69 लाख की अनुशंसा जारी
सांसद के निजी सहायक ने बताया कि अब जालोर एवं सिरोही जिले के सभी सरकारी स्कूलों में बिजली सुविधा मुहैया हो सकेगी। साथ ही विद्यालय परिसर से गुजर रही हाईटेंशन विद्युत लाइन को भी शिफ्टिंग किया जाएगा। इस कार्य के लिए सांसद मद से 3 करोड़ 69 लाख रुपए की अनुशंसा जारी की गई है। उन्होंने सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के तहत स्वीकृति की अनुशंसा जारी कर जिला प्रशासन को शीघ्र कार्य पूर्ण करने को कहा हैं।
अभी 289 स्कूलों में बिजली ही नहीं
इसके तहत सिरोही जिले के 64 विद्युत विहीन स्कूलों में विद्युतकरण करवाया जाएगा। इसके लिए 1.90 करोड़ व 68 विद्यालयों के परिसर से विद्युत लाइन शिफ्टिंग के लिए 20 लाख रुपए की अनुशंसा की गई है। जालोर जिले के 225 स्कूलों में विद्युतीकरण के लिए 1.05 करोड़ व 90 विद्यालयों के भवन, खेल मैदान या परिसर से गुजर रही विद्युत लाइन शिफ्टिंग के लिए 54 लाख रुपए की अनुशंसा की गई है।
खतरों के बीच खेलने की मजबूरी
वैसे यह भी दिलचस्प है कि डिस्कॉम ने पहले तो अपनी बिजली लाइन स्कूल परिसर से निकाल ली। अब इसे हटाना है तो नियमानुसार शिफ्टिंग का व्यय भी करना होगा। इस राशि को जमा कराए बगैर लाइन अन्यत्र शिफ्ट नहीं हो सकती। ऐसे में कई स्कूलों में बच्चे आज भी हाईटेंशन बिजली लाइन के बीच खेलते हुए खतरा झेलने को मजबूर है। विभाग के पास इस मद में खर्च करने के लिए राशि नहीं होने से समस्या जस की तस बनी हुई है। उधर, विद्युत लाइन होने के बावजूद कई स्कूलों में बिजली कनेक्शन नहीं है। इसका खामियाजा भी गर्मी के दिनों में बच्चों को भुगतना पड़ता है।#sirohi/jalore.The power line passing through the schools is increasing the danger