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आखिर क्यों: न तो नोटिस दिया और न जवाब तलब किया

  • संभवतया आरोपियों को बचाने की हो रही पूरी जद्दोजहद
  • सीएमएचओ के नाम पर युवती को बुला छेड़छाड़ का मामला
    सिरोही. सरकारी अस्पताल परिसर के चिकित्सक आवास में बुलाकर युवती से छेड़छाड़ मामले में विभाग अब भी मूकदर्शक बना हुआ है, आखिर क्यों। वारदात को पांच दिन गुजर चुके हैं, लेकिन महकमे के जिम्मेदार अधिकारियों ने न तो किसी को नोटिस जारी किया है और न किसी से पूछताछ हुई है। संभवतया इस मामले में आरोपियों को बचाने की पूरी जद्दोजहद हो रही है। यदि ऐसा नहीं होता तो इस घटना को लेकर प्रमुख चिकित्सा अधिकारी (PMO_SIROHI) की ओर से अभी तक कोई जवाब तलब क्यों नहीं किया गया है। जबकि, अस्पताल परिसर के क्वार्टर में घटित हुई इस वारदात के बाद संस्थान के प्रमुख अधिकारी को त्वरित रूप से कार्रवाई करनी चाहिए थी। कमोबेश यही हाल मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी (CM&HO_SIROHI) का है। जिस अधिकारी के पदनाम का उपयोग करते हुए आरोपियों ने युवती को क्वार्टर तक बुलाया गया था, उन्होंने सम्बंधित को अभी न तो कोई नोटिस जारी किया है और न जवाब तलब किया है।

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रसूखदार है इसलिए बचाने का भरसक प्रयास
माना जा रहा है कि पीडि़ता की ओर से दर्ज कराई रिपोर्ट में जो मोबाइल नम्बर दिए गए हैं, वे रसूखदार लोग बताए जा रहे हैं। यह भी संभव है कि वारदात के दौरान क्वार्टर में जो लोग मौजूद थे, उनको बचाने का भरसक प्रयास किया जा रहा हो। अन्यथा ऐसा तो नहीं हो सकता कि जिला अस्पताल परिसर के सरकारी आवास में होने वाली इस वारदात के बाद भी महकमे के अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे।

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समझौता करवाने की चल रही कोशिश
पीडि़ता की ओर से पुलिस में दर्ज करवाई गई रिपोर्ट के आधार पर आरोपियों से भी पूछताछ होनी चाहिए थी, लेकिन पीडि़ता के बयान कलमबद्ध कराए जाने की तिथि तक शायद यह नहीं हो सकेगा। यह अवधि पूरे दस दिन की है। सोच सकते है कि रसूखदार लोगों को बचाने के लिए इस अवधि में कितने प्रयास किए जा रहे होंगे। इसके तहत पीडि़ता को धमकाने से लेकर समझौता करने तक को लेकर दबाव देने की पूरी कोशिश चल रही है।

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सीएमएचओ के नाम पर बुलाया और कमरे में खींचा
ज्ञातव्य है कि गत 3 जुलाई को अस्पताल परिसर में इस तरह की एक वारदात हो चुुकी है। पीडि़ता ने इस सम्बंध में पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए उन मोबाइल नम्बरों का हवाला दिया है, जिनसे कॉल आए थे। साथ ही एक चिकित्सक के नाम का हवाला देते हुए बताया है कि उस चिकित्सक के ऊपर वाले क्वार्टर में उसे आने के लिए कहा गया था। आरोप है कि उसे मोबाइल नम्बरों से कॉल आया था। सामने वाला अपने को सीएमएचओ बताते हुए बोला कि जॉब की जरूरत है तो हॉस्पिटल आओ। इस पर वह वहां गई तथा कॉल लगाया तो जवाब मिला कि फलां चिकित्सक के ऊपर वाले क्वार्टर में आ जाओ। वहां जाने पर अंदर खड़े व्यक्ति ने उसे अंदर खींचा, लेकिन उसके साथ आई सहेली ने उसे बाहर खींच लिया।#sirohi.The health department is still a mute spectator in the case of molesting the girl by calling in the doctor’s residence of the government hospital premises.

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