ब्लाइंड मर्डर का राजफाश: मां ने बेटे के साथ मिलकर रची थी हत्या की साजिश

- बार-बार की परेशानी से बचने के लिए पहाडिय़ों में लेकर हत्या कर दी
- मृतक की पहचान छुपाने के लिए चेहरा कुचलने का प्रयास भी किया
पाली. बाली थाना क्षेत्र के बीजापुर में दो दिन पहले हुए हत्या के मामले का पुलिस ने राजफाश कर लिया है। मामले में आरोपी मां-बेटे को गिरफ्तार किया गया। वारदात के बाद मृतक की पहचान छिपाए रखने के लिए आरोपी उसका चेहरा कुचलने का प्रयास कर गए थे, लेकिन पुलिस ने कड़ी दर कड़ी जोड़ते हुए मामले का खुलासा कर दिया। सामने आया है कि आरोपी महिला अनैतिक गतिविधियों में लिप्त थी एवं मृतक उसे बार-बार परेशान कर पैसे मांगता था। उससे निजात पाने के लिए महिला ने अपने बेटे के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी।
पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत ने बताया कि गत 16 सितम्बर को बीजापुर चौकी क्षेत्र स्थित धार्मिक स्थल हर हर गंंगे एवं नगरेश्वर महादेव मन्दिर के मध्य पहाडिय़ों में एक शव पड़ा होने की सूचना मिली थी। पुलिस ने मोरडु (सुमेरपुर) निवासी टैक्सी चालक महिपालसिंह पुत्र दलपतसिंह देवड़ा का शव बरामद किया। इसके बाद अनुसंधान करते हुए पुलिस टीम आरोपियों तक पहुंची। जांच के दौरान सामने आया कि मोरडु निवासी श्रीमती चन्द्रकंवर पत्नी मगसिंह चौहान व उसके पुत्र देवेन्द्रसिंह ने इस वारदात को अंजाम दिया है। इस पर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
पहाडिय़ों में ले गए, फिर हत्या की
प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी चंद्रकंवर अनैतिक गतिविधियों में लिप्त थी। महिपालसिंह को इसकी जानकारी थी एवं इन दोनों के बीच फोन पर लगातार बातें होती थी। आरोपी महिला के अनुसार महिपालसिंह उससे बार-बार पैसे मांगता था तथा उसके पुत्र देवेन्द्रसिंह को भी उसके चरित्र के बारे में गलत बातें कहता था। इससे नाराज होकर उसने हत्या की योजना बनाई। गत 16 सितम्बर को महिला चंद्रकुवर ने महिपालसिंह को हर हर गंगे के पास मिलने को कहा। वह बाइक लेकर बीजापुर पहुंचा। आरोपी मां-बेटे बस से वहां पहुंचे तथा बीजापुर से महिपालसिंह के साथ बाइक पर रवाना हुए। पहाड़ी क्षेत्र में महिपालसिंह व आरोपी महिला एक जगह बैठे, तभी देवेन्द्र ने पीछे से महिपालसिंह पर भारी पत्थर से हमला कर दिया। फिर बैग में से कूंट निकाल कर वार किए।
इस तरह फरार हो गए
वारदात के दौरान आरोपी देवेन्द्रसिंह ने महिपालसिंह का मोबाइल, पर्स व बाइक की चाबी उसकी जेब से निकाल ली। उसकी पहचान नष्ट करने के लिए सिर व मुंह पर भारी पत्थर मारे, लेकिन धार्मिक क्षेत्र होने से दूर खड़े लोगों ने इस घटनाक्रम को देखा तथा हल्ला शुरू कर दिया। इस पर आरोपी मां-बेटे वहां से भागने लगे। पहाड़ी से नीचे उतरते समय आरोपी देवेन्द्रसिंह ने एक व्यक्ति से हेलमेट भी छीन लिया तथा मृतक की बाइक पर फरार हो गए। बाद में कच्चे रास्तों से होते हुए जवाई बंाध रेलवे स्टेशन पहुंचे तथा मृतक की बाइक रख दी। वहां से अन्य साधन से सुमेरपुर आए तथा अपनी बाइक लेकर मोरडु पहुंच गए।#In Bijapur of Pali district, the mother had hatched a conspiracy to murder with her son