आमथला में भू-माफिया डकार गए करोड़ों की वन भूमि

- मूल नाप के बजाय खातेदार को आवंटित कर दी ज्यादा भूमि
- स्थानीय वन व राजस्व अधिकारियों पर मिलीभगत का अंदेशा
सिरोही. आबूरोड के समीप आमथला में वन विभाग की बेशकीमती जमीन पर भू-माफिया के कब्जे का मामला सामने आया है। सेटलमेंट के दौरान हुई गड़बड़ी के कारण मूल नाप के बजाय खातेदार को करीब नौ बीघा वन भूमि ज्यादा आवंटित किए जाने की बात सामने आ रही है। वर्तमान में यह वन भूमि करोड़ों रुपए मूल्य की बताई जा रही है। माना जा रहा है कि स्थानीय स्तर पर वन व राजस्व विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से ऐसा हुआ है। खातेदार को मूल नाप के अनुरूप लगभग साढ़े तेरह बीघा भूमि ही आवंटित किया जाना था, लेकिन 22 बीघा भूमि खातेदार को दे दी गई। ऐसे में करीब नौ बीघा वन भूमि भी खातेदार के पास चली गई। फिलवक्त इस भूमि की कीमती प्रति बीघा करोड़ों रुपए में बताई जा रही है, लेकिन वन विभाग अपनी भूमि का वापस लेने में असमर्थ हो रहा है।
यूं हुआ भूमि आवंटन और सेटलमेंट
बताया जा रहा है कि वर्ष-1966 में सोमाराम पुत्र कालाराम को खसरा संख्या-111 में 22 बीघा भूमि आवंटित हुई थी। नियमानुसार उसने कब्जा भी प्राप्त कर लिया था, लेकिन इसके बादहुए सेटलमेंट अभियान के दौरान वर्ष-1972-73 में यह आवंटित भूमि सहवन से वन विभाग के नाम चढ़ गई। आवंटित परिवार ने वर्ष-2013 में माउंट आबू एसडीएम के समक्ष अपने हक में नामांतरण खोलने का दावा प्रस्तुत किया। निर्णय में आवंटी के पक्ष में नामांतरण खोलने के आदेश पारित हुए।
जरीब के नाप-जोख में भूमि हड़पने का खेल
उपखंड अधिकारी न्यायालय से पारित हुए आदेश के बाद आवंटी के नाम से 22 बीघा नामांतरण खोल दिया गया। इस मामले में आबूरोड तहसीलदार ने इस तरह का एक आवेदन भी दिया था कि वर्ष-1966 में आवंटित 22 बीघा भूमि का नाप नई जरीब के अनुसार 13.15 बीघा ही बनता है। ऐसे में आवंटी केवल 13.15 बीघा भूमि ही अपने नाम चढ़वाने का अधिकारी है।
नामांतरण खुलते ही आवंटी ने विक्रय कर दिया
माना जा रहा है कि भू-माफिया ने बेशकीमती भूमि हड़पने का पूरा जाल बना रखा था। बताते हैं कि 22 बीघा भूमि का नामांतरण खोलने के बाद आवंटी ने इसे विक्रय कर दिया। मौके पर भौतिक रूप से भूमि नहीं होने से खरीदारों ने आसपास के वन भूमि को भी कब्जे कर लिया तथा आवंटी की वास्तविक 13.15 व वन विभाग की नौ बीघा भूमि को मिलाकर मौके पर 22 बीघा भूमि का नाप पूरा कर लिया।