सिरोहीrajasthansirohiराजस्थान

जोखिम में रहती जान और कीचड़ में सनी रहती है यूनिफॉर्म

  • सडक़ सरीखी बुनियादी सुविधा से महरूम अजीम प्रेमजी स्कूल
  • इंग्लिश मीडियम स्कूल में बच्चों को निशुल्क पढ़ाई की सुविधा
  • कई बार गुहार लगाने के बावजूद स्कूल को नहीं मिल रही सडक़

सिरोही. जिला मुख्यालय से महज चार किलोमीटर दूर मांडवा गांव से सटे अजीम प्रेमजी सीनियर स्कूल को पक्की सडक़ तक मयस्सर नहीं है। स्कूली छात्र गांव उबड-खाबड़ मार्ग से आवाजाही करने को विवश है। सिरोही-मांडवा-जावाल मार्ग पर विख्यात वाराही माता मंदिर के पास से होकर स्कूल का रास्ता निकलता है, लेकिन पूरी तरह कच्चा मार्ग है। उबड़-खाबड़ व मिट्टी भरा रास्ता होने से बारिश में काफी दुखदायी हो जाता है। मामूली से बूंदाबांदी में ही पानी का जमाव, कीचड़ व फिसलन होा जाती है। नन्हे-मुन्ने ऑटो से या अपने अभिभावकों के बाइक से स्कूल आवाजाही करते हुए काफी परेशान रहते हैं। अक्सर कीचड़ उछलने से बच्चों के कपड़े गंदे हो जाते हैं। मार्ग में घुमंतू स्वानों का जमावड़ा रहता है सो अलग। ऐसे में बच्चों पर कोई स्वान हमला भी कर दे कहा नहीं जा सकता।

बच्चों के लिए खतरा बना हुआ है क्षतिग्रस्त मार्ग
यह कच्ची सडक़ उबड़-खाबड़ बनी होने से ऑटो व बाइक सरीखे दुपहिया वाहन पलटने व हादसा होने की आशंका बनी रहती है। ऑटो मेंं पीछे वाली सीट पर बैठने वाले बच्चों के ऑटो से उछलकर गिरने का खतरा मंडराता रहता है। जो ग्रामीण इस सडक़ मार्ग से आवाजाही करते हैं, वे भी खासी परेशानी झेलने को विवश हैं।

मांडवा से पाड़ीव को जोड़ सकता है यह सुगम मार्ग
ग्रामीणों ने बताया कि यह मार्ग आगे सिरोही-जावाल मार्ग से बरली हनुमानजी मंदिर के पास मिलता है। जिससे इस मार्ग पर ग्रामीणों की भी अच्छी खासी आवाजाही रहती है। यह मार्ग बन जाने पर मांडवा से पाड़ीव की दूरी भी काफी कम हो सकती है। पाड़ीव समेत आसपास के गांवों से लोगों को मांडवा आवाजाही के लिए यह मार्ग काफी सुगम है।

दिलचस्पी नहीं ले रहे जनप्रतिनिधि
मांडवा के ग्रामीणों के मुताबिक स्कूल प्रबंधन, अभिभावक और लोगों ने कई बार इसके लिए गुहार लगाई है। स्थानीय विधायक व सांसद से छात्रों को पक्की सडक़ की बुनियादी सुविधा मुहैया कराने की मांग कर चुके हैं, लेकिन नतीजा सिफर ही है। ग्रामीणों का कहना है कि जनप्रतिनिधि यदि थोड़ी सी भी दिलचस्पी ले तो इस समस्या का निराकरण जल्द ही हो सकता है, लेकिन इस समस्या की ओर इनका ध्यान नहीं जा रहा।

बच्चों के लिए आशीर्वाद साबित हो सकती है सडक़
मांडवा निवासी एडवोकेट कुलदीप रावल ने बताया कि अजीम प्रेमजी सीनियर सैकण्डरी स्कूल अंग्रेजी माध्यम का स्कूल है और इसमें सभी तबकों के बच्चों को पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर प्रवेश दिया जाता है। यहां पढ़ाई की निशुल्क व्यवस्था सुलभ करवाई जाती है। मांडवा गांव से स्कूल तक डामर सडक़ या सीसी रोड बनने पर बच्चों के लिए आशीर्वाद साबित हो सकता है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button