शराब तस्करों के लिए खुले छोड़ रखे हैं गुजरात में घुसने के रूट

- तस्करों की सक्रियता के बावजूद ढिलाई बरत रही जांच एजेंसियां
- गंवई मार्गों पर गुजरात की निगरानी और न राजस्थान पुलिस के नुमाइंदे
सिरोही. गुजरात सीमा से सटे गांवों में शराब तस्करों की सक्रियता के बावजूद जांच एजेंसियां ढिलाई बरत रही है। गुजरात में शराबबंदी तो है पर राजस्थान से आने वाले रास्तों पर निगरानी के ठोस प्रबंध नहीं किए जा रहे। मंडार के समीप मैथीपुरा से गुजरात में प्रवेश के मार्गों पर कमोबेश यही स्थिति है। शराब तस्करी के इन रास्तों पर न तो राजस्थान पुलिस का कोई नुमाइंदा है और न ही गुजरात पुलिस। लिहाजा खुले छोड़ रखे इन रास्तों से शराब तस्कर बड़ी आसानी से गुजरात में घुस रहे हैं।
वावधरा के रास्ते निकल रही शराब
मैथीपुरा क्षेत्र से शराब भरे वाहनों को आसानी से गुजरात में पहुंचाने के लिए वावधरा (दांतीवाड़ा-गुजरात) वाला मार्ग ज्यादा सुगम माना गया है। इस रास्ते पर चलने वाले वाहन बिना रोकटोक गुजरात पहुंच जाते हैं। एक बार गुजरात में घुसने के बाद माल किस जगह ले जाना है यह काफी आसान हो जाता है।
यह है स्थिति
- राजस्थान ने खुला छोड़ा वावधरा मार्ग
शराब तस्करी का सुगम मार्ग होने के बावजूद वावधरा सीमा क्षेत्र में राजस्थान पुलिस की कोई चौकी नहीं है। यहां तक कि कोई नाकाबंदी या पुलिसकर्मी तक नहीं रहता। ऐसे में शराब तस्करी के वाहनों को न तो यहां कोई रूकवाने वाला है और न ही कोई पूछताछ करने वाला। - दिखावे के कैमरे और चौकी बंद
गुजरात पुलिस की ओर से वावधरा मार्ग पर जरूर कुछ प्रबंध कर रखे हैं, लेकिन ये व्यवस्थाएं दिखावे के तौर पर ही है। इस मार्ग पर पुलिस ने चौकी स्थापित कर रखी है, लेकिन यह अक्सर बंद नजर आती है। इसी के पास मार्ग पर सीसी टीवी कैमरे भी हैं, लेकिन ये भी एक तरह से दिखावा ही साबित हो रहे हैं।